
जयंत शर्मा, जयपुर
Hanuman Beniwal : राजस्थान विधानसभा में हुए हंगामे के बाद विधानसभा तो अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दी गई है लेकिन कांग्रेसी नेताओं और विधायकों का गुस्सा कम नहीं हुआ है। इस बवाल के बीच अब सांसद हनुमान बेनीवाल भी कूद गए हैं और उन्होनें अपना पक्ष रखा है। वे जल्द ही इस मामले में कुछ सीनियर लीडर्स से मुलाकात करने वाले हैं। उनका कहना है कि यह सब कुछ सही नहीं हुआ है। यह सब कुछ लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है।
पहले जान लें आखिर क्या विवाद हुआ था विधानसभा में….
दरअसल विधानसभा में मुकेश भाकर पर आसन का अपमान करने का आरोप लगा था और स्पीकर ने उन्हें विधानसभा से बाहर जाने को कहा था। लेकिन वे नहीं गए तो इस बीच मार्शल टीम को बुलाया गया। मार्शल आए तो कांग्रेसी विधायक साथ हो गए और उन्होनें विरोध शुरू कर दिया। इस बीच धक्का - मुक्की में कुछ महिला विधायकों को भी परेशनी उठानी पड़ी। बाद में विपक्ष ने देर रात तक विधानसभा में ही धरना दिया और वहीं पर सोऐ भी। विवाद आगे बढ़ा तो भाकर को छह महीने के लिए विधायकी से निलंबित कर दिया गया।
हनुमान बेनीवाल ने लिखा, ये सही नहीं है…जनता के काम प्रभावित होंगे
लाडनूं विधायक मुकेश भाकर का 6 माह के लिए विधानसभा से निलंबन करना लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान हैएसदन में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि के साथ जिस तरह सत्ता पक्ष के इशारे पर गलत बर्ताव किया गया तथा मार्शलों द्वारा कांग्रेसी विधायकों व महिला विधायको के साथ मारपीट करके धक्का मुक्की की गई वो निंदनीय हैए लाडनूं विधायक को जनता ने चुनकर सदन में भेजा है और विधानसभा द्वारा उनके निलंबन करने के निर्णय से वो सदन की बैठकों में भाग नही ले सकेंगे जिससे जनता के कार्य भी प्रभावित होंगे ! मैं मुकेश भाकर के निलंबन को बहाल करवाने के लिए व्यक्तिगत रूप से जल्द ही माननीय राज्यपाल महोदय और विधानसभा अध्यक्ष जी से मुलाकात करूंगा !
Updated on:
07 Aug 2024 11:26 am
Published on:
07 Aug 2024 11:25 am
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