जयपुर/मारवाड़ जंक्शन. राजस्थान का कश्मीर कहे जाने वाले गोरमघाट में अब जल्द ही हैरिटेज स्पेशल ट्रेन दौड़ेगी। ट्रेन का बुधवार को खामलीघाट से फुलाद तक घाट सेक्शन में मंडल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़ की उपस्थित में ट्रेन का ट्रायल किया गया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक धनखड़ ने इस घाट सेक्शन में उपस्थित पुलों का व बिप्रजॉय के दौरान ट्रेक पर गिरी चट्टानों की जगहों का ट्रेन को जगह जगह रुकवाकर बारीकी से निरीक्षण किया। इस मौके पर वरिष्ट मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील मेहेला, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर पंकज कुमार, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजिनियर कर्णीराम, मनमोहन मीणा, वरिष्ठ मंडल इंजिनियर प्रियंका मीणा, वरिष्ठ मंडल परिचालक प्रबंधक जितेंद्र मीणा, यातायात निरीक्षक नेमीचंद जांगिड़ सहित अन्य उपस्थित थे।
पर्यावरण को बचाना रेलवे का उद्देश्य
डीआरएम धनखड़ ने बताया की घाट सेक्शन में हैरिटेज स्पेशल ट्रेन के ट्रायल किया है। यह किस स्पीड से चल सकती है, इस दौरान कोई परेशानी तो नहीं आ रही,अगर कोई पर्यटक बाहर से आता है तो उन्हें कौनसे-कौनसे देखने योग्य नजारे दिखा सके, रेलवे का उद्देश्य यही है पर्यावरण को सुरक्षित करे, और पर्यटकों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध करवा सके, इसके लिए यह निर्णय लेकर इस एरिया को हेरिटेज में लिया गया है। इसके लिए एक्सपर्ट पार्टनर की तलाश जारी है, जिससे पर्यटकों को अन्य सुविधाएं मिल सकें।
इस हैरिटेज स्पेशल ट्रेन में एक एसी व एक सामान्य कोच लगाया गया है। साथ ही इंजन को पुराने जमाने के स्टीव इंजन का लुक दिया गया है, जो लोगों को काफी लुभाएगा।
गोरमघाट में देखने योग्य ये हंै स्थल
राजस्थान के कश्मीर कहे जाने वाले इस गोरमघाट में प्रकृति का स्वरूप देखने को मिलता है। यहां फुलाद से खामलीघाट तक पहाडिय़ों के बीच से सर्पिलाकर मीटरगेज रेलवे ट्रेक है। फुलाद के बाद प्रभुदास जी की धूणी के बाद गोरमघाट स्टेशन, अंग्रेजो के जमाने के बड़े बड़े पुल, गुफाएं तो वही जोगमंडी में बहने वाला प्राकृतिक झरना सबके मनमोहक नजारा है, और ऊंची पहाड़ी पर स्थित गोरखनाथ जी का मंदिर जहा पर्यटक दर्शन करने जाते हैं।