
Investor Rakesh Jhunjhunwala Dies : कॉलेज जमाने में ही शेयर बाजार में आजमाया हाथ
राकेश झुनझुनवाला जब कॉलेज में थे, तभी से उन्होंने शेयर बाजार में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया में दाखिला लिया। यहां से स्नातक होने के बाद ही उन्होंने शेयर मार्केट में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। झुनझुनवाला ने 1985 में 5000 रुपए से निवेश की शुरुआत की थी। सितंबर 2018 तक यह निवेश बढ़कर 11,000 करोड़ रुपए हो गया था। राकेश झुनझुनवाला के पिता एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे। 1985 में झुनझुनवाला जब कॉलेज में पढ़ रहे थे तभी से शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करना शुरू कर दिया था। उस वक्त सेंसेक्स 150 अंक पर था और आज 60 हजार पार कर चुका है। राकेश झुनझुनवाला का पहला बड़ा मुनाफा 1986 में 5 लाख रुपए था। 1986 से 1989 के बीच उन्होंने लगभग 20 से 25 लाख रुपए का मुनाफा कमाया।
झुनझुनवाला की सबसे अहम होल्डिंग टाटा की घड़ी और ज्वेलरी कंपनी टाइटन में है। इसके साथ ही स्टार हेल्थ इंश्योरेंस, मेट्रो ब्रैंड्स और कॉनकॉर्ड बायोटेक सहित कई और कंपनियों में भी झुनझुनवाला का स्टेक है।झुनझुनवाला के पास स्पाइसजेट और जेट एयरवेज में भी 1-1 फीसदी की हिस्सेदारी है। 2003 में राकेश झुनझुनवाला ने अपनी खुद की स्टॉक ट्रेडिंग फर्म रेयर इंटरप्राइसेस शुरू की। ये फर्म राकेश और उनकी पत्नी रेखा के नाम पर बनी है। आरए यानी राकेश और आरई यानी रेखा झुनझुनवाला। रेखा झुनझुनवाला भी एक स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर हैं। दोनों ने 1989 में शादी की थी। रेखा का भी अपने पति की तरह ही कई कंपनियों में स्टेक है।
हाल ही में एविएशन सेक्टर में ली थी एंट्री
कई तरह के व्यापारों में निवेश करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने हाल ही में अकासा एयरलाइंस पर भी निवेश किया था। इसमें 40 प्रतिशत हिस्सेदारी झुनझुनवाला के पास थी। यह निवेश ऐसे समय में किया गया था, जब ज्यादातर विमानन कंपनियां घाटे में चल रहीं हैं। अकासा एयरलांइस ने अपनी उड़ानों के लिए अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी 72 बोइंस 737 मैक्स विमानों की खरीद की थी।
महज पांच हजार से की थी निवेश की शुरुआत
दिवंगत राकेश झुनझुनवाला ने निवेश की दुनिया में साल 1985 में कदम रखा था। इस दौरान उन्होंने महज पांच हजार रुपये से निवेश की शुरुआत की थी और आज उनकी कुल नेटवर्थ 41 हजार करोड़ रुपए से अधिक की है। बताया जाता है कि शेयर बाजार में झुनझुनवाला की दिलचस्पी पिता के कारण हुई। उनके पिता टैक्स ऑफिसर थे। उनके पिता अक्सर अपने दोस्तों के साथ शेयर बाजार की बातें किया करते थे। झुनझुनवाला अपने पिता की बातें गौर से सुनते थे। इसके बाद से उन्होंने दलाल स्ट्रीट को समझना शुरू कर दिया और यहीं से उन्होंने निवेश की दुनिया में उड़ान भरनी शुरू कर दी। निवेश की दुनिया में जब उन्हें फायदा होने लगा तो उन्हें पक्का यकीन हो गया कि अगर कहीं से बड़ा पैसा बनाया जा सकता है तो वह सिर्फ यही जगह है।
ऐसे बने शेयर मार्केट के बिग बुल
राकेश झुनझुनवाला महज तीन साल में ही शेयर में पैसे लगाकर करोड़ों का मुनाफा कमा लिया। इसके बाद उन्होंने आए कई कंपनियों में दांव लगाए और खूब लाभ कमाया। लेकिन झुनझुनवाला को जिसने बिग बुल बनाया वह थी टाटा की टाइटन कंपनी। दरअसल, झुनझुनवाला ने साल 2003 में टाटा समूह की कंपनी टाइटन में पैसा लगाए थे। उस वक्त उन्होंने महज तीन रुपए के हिसाब से टाइटन के छह करोड़ शेयर खरीद लिए थे जिसकी वैल्यू 7000 करोड़ रुपए से अधिक हो गई।
उनके बिजनेस को कौन संभालेगा
राकेश झुनझुनवाला अपने पीछे एक बड़ा साम्राज्य छोड़ गए हैं। उनके परिवार में पत्नी रेखा झुनझुनवाला, बेटी निष्ठा झुनझुनवाला, बेटे आर्यमान और आर्यवीर झुनझुनवाला हैं। राकेश झुनझुनवाला की कुल नेटवर्थ करीब 46 हजार करोड़ रुपए है।
Updated on:
14 Aug 2022 12:49 pm
Published on:
14 Aug 2022 12:48 pm
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