
Jaipur Amer Natata tragedy
जयपुर: आमेर के नटाटा में पत्थरों से भरे डंपर की चपेट में आकर करंट से झुलसे शंकर सैनी और ओमप्रकाश सैनी के शवों का शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम करवाया गया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अंत्येष्टि में शामिल हुए।
वहीं, शुक्रवार को घटना स्थल पर खड़े यमदूत बने डंपर को हटाने पुलिस पहुंची तो लोगों में आक्रोश नजर आया। पुलिस ने डंपर में भरे पत्थरों को खाली करवाया और क्रेन से उसे हटाया। डीसीपी (नॉर्थ) करण शर्मा ने बताया कि हादसे के बाद डंपर चालक भाग गया था, जिसकी तलाश की जा रही है। गमगीन परिजनों ने अंत्येष्टि के बाद मामला दर्ज कराने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि हादसे के बाद लोगों ने शंकर सैनी का शव दिल्ली रोड पर कुंडा के पास रखकर जाम लगा दिया था। गुरुवार देर रात डेढ़ बजे समझाइश पर लोगों ने जाम हटाया था। एसएमएस अस्पताल में भर्ती सोहन सैनी की हालत भी गंभीर है। अमन सैनी ने बताया कि शंकर सैनी आमेर में सजी का ठेला लगाता था और ओमप्रकाश सैनी कुंडा में फलों का ठेला लगाता था।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे में पैर फंसने से डंपर के पास फंसे ओमप्रकाश की चीख अब भी कानों में गूंज रही है। उसने करंट के कारण आंखों के सामने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। एक तरफ बचाने की गुहार भी लगाता रहा और दूसरी तरफ अंत समय में दूसरों की जान की भी परवाह करता रहा। किसी और को करंट नहीं लगे, इसलिए किसी को अपने नजदीक नहीं आने दिया।
हादसे के बाद डंपर और ट्रक शुक्रवार को नहीं निकले। स्थानीय लोगों ने बताया कि डंपर और ट्रक चालकों ने नटाटा की बजाय रास्ता नारदपुरा की तरफ बदल लिया। इंद्रजीत ने बताया कि अब नटाटा जैसा हादसा नारदपुरा रोड पर होने की आशंका बढ़ गई। लंबा चक्कर लगाकर आने की बजाय डंपर और ट्रक चालक छोटे रास्तों से निकलते हैं, जिससे हादसे होते रहते हैं।
Published on:
27 Sept 2025 09:27 am
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