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जयपुर बस स्टैंड पर भीड़ थी। बस में सवारियां थी। पुलिस थाना महज 100 मीटर दूर था। फिर भी एक महिला को लुटने से कोई रोक नहीं पाया। न उसके बचाव में कोई आया। और सवाल ये नहीं कि चेन क्यों गई। सवाल ये है कि, महिलाओं को चेन लुटेरों से कौन और कब बचाएगा। राजधानी जयपुर के सबसे बड़े और व्यस्ततम सिंधी कैंप बस स्टैंड पर मंगलवार दोपहर भरतपुर बयाना की निवासी दीक्षा प्रजापति के साथ जो हुआ, वो जयपुर की सड़कों पर महिलाओं की मन में बैठ चुके डर की पुष्टि है। दीक्षा जैसे ही बस में चढ़ने लगी, पीछे से एक महिला आई और गले से चेन झपट ली। जब दीक्षा ने विरोध किया तो महिला ने पेचकस से हमला कर दिया। चौंकाने वाली बात यह नहीं कि वारदात हुई बल्कि यह कि किसी ने उसे बचाने तक की कोशिश नहीं की।
दीक्षा लहूलुहान खड़ी रही, बस बैठे यात्री आंखें फेरते रहे। कुछ देखा तो कुछ ने अनदेखा किया। किसी ने टोका, न रोका। इस घटना ने शहर की उस चुप्पी को फिर से उजागर कर दिया है, जहां अपराध होता है पर प्रतिरोध नहीं। और पुलिस? आई तो सहीं पर तब तक आरोपी महिला भाग चुकी थी।
पुलिस ने जांच में सामने आए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार आरोपी महिला मधु (35 वर्ष) भरतपुर निवासी को गिरफ्तार किया। उसके पास से चोरी गई सोने की चेन और ओम लिखा हुआ लॉकेट बरामद किया गया है। पूछताछ में मधु ने बताया कि वह अपने गिरोह के साथ भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सक्रिय है। शायद इसे पहले अनुमान था कि महिला चुप रहेगी और भीड़ खामोश।
21 जुलाई : मानसरोवर निवासी प्रेरणा जैन के गले से चेन तोड़ ली।
23 जुलाई : सेठी कॉलोनी में 23 जुलाई को शकुंतला के घर में घुसकर चेन तोड़ी।
5 अगस्त : शिप्रा पथ क्षेत्र में सुशील ठोलिया को धक्का देकर गले से चेन तोड़ ली।
वैशाली नगर स्थित झारखंड मंदिर में दर्शन करने गई महिला के गले से चेन तोड़ने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि शांति नगर निवासी अर्चना सिंह 28 जुलाई को झारखंड मंदिर में दर्शन करने गई थी इसी दौरान किसी ने उनकी चेन तोड़ ली। महिला की ओर से 4 अगस्त अब मामला दर्ज करवाया गया है।
अब तक गिरफ्तार किए गए चेन स्नैचरों से पूछताछ में सामने आया है कि अधिकांश नशा करने, मौज मस्ती के लिए या आर्थिक तंगी दूर करने के लिए इस तरह की वारदात करते हैं। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि चेन तोड़ने वाली दो तीन गैंग है, जो एक के बाद एक कई महिलाओं के गले से सोने की चेन तोड़ ले जाती है। जयपुर में दिल्ली की गैंग व टोपी वाले के नाम से दहशत फैलाने वाली गैंग ने बड़ी संख्या में महिलाओं की चेन तोड़ने की वारदात को अंजाम दिया है।
जयपुर कमिश्नरेट में इस वर्ष जुलाई 2025 तक सोने की चेन टूटने के 65 मामले दर्ज हुए। अब तक 45 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पूर्व जिले में 25, पश्चिम में 13, उत्तर में 6 और दक्षिण में 21 चेन तोड़ने के मामले दर्ज हुए। गिरफ्तारी के मामले में पूर्व पुलिस ने 18, पश्चिम में 8, उत्तर में 3 और दक्षिण में 16 चेन स्नैचरों को गिरफ्तार किया गया।
Updated on:
07 Aug 2025 11:54 am
Published on:
07 Aug 2025 11:14 am
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