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जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में उठा कश्मीर का मुद्दा तो रैना ने छोड़ा मंच, इला बोलीं अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आया!

Jaipur Literature Festival 2025: दर्शक कुछ समझ पाते उससे पहले ही अभिनेता और वरिष्ठ थियेटर कलाकार एमके रैना मंच छोड़ते बने।

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जयपुर

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Alfiya Khan

Feb 01, 2025

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जयपुर। थिएटर के परिदृश्य पर आधारित बातचीत का सिलसिला जैसे ही कश्मीर की छवि के नजदीक पहुंचा तो अचानक जेएलएफ के मंच पर स्पीकर्स के बीच खुसर-फुसर शुरू हो गई। दर्शक कुछ समझ पाते उससे पहले ही अभिनेता और वरिष्ठ थियेटर कलाकार एमके रैना मंच छोड़ते बने। दूसरी ओर अभिनेत्री इला अरुण को आखिरकार मंच से कहना पड़ा ’अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आया...’। यह सारा घटनाक्रम चारबाग में ‘मेमोरीज फ्रॉम द् स्क्रीन एंड स्टेज’ सेशन में सामने आया।

कश्मीर पर आधारित फिल्मों से संतुष्ट नहीं दिखे रैना

सेशन का नजारा कुछ ऐसा था जिसमें एमके रैना कश्मीर की वर्तमान तस्वीर से नाखुश दिखे। उन्होंने फिल्मों में कश्मीर की गलत छवि दिखाने पर आपत्ति जताई। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि बॉलीवुड और अन्य फिल्म इंडस्ट्री कश्मीर को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं।

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हालांकि उन्होंने किसी विशेष फिल्म का नाम नहीं लिया। वहीं, इला अरुण जब अपने नाट्य अनुभव साझा कर रही थीं, तभी वो मंच छोड़कर चले गए। इस बीच इला ने जब पीछे मुड़कर देखा तो वह मौजूद नहीं थे। इला ने ‘रेशम का रुमाल’ गीत गाकर स्थिति संभाली। इस बीच उन्होंने कहा कि ‘घाघरा’ महिला का सिर्फ वस्त्र नहीं है बल्कि उसका शस्त्र है।

रैना ने किया गुस्से का इजहार

सेशन के बाद पत्रिका से बातचीत में एमके रैना ने कहा कि मुझे लगा कि सभी स्पीकर्स के लिए समय पर्याप्त नहीं था। जिसकी वजह से मुझे वहां से उठना ही सही लगा। हालांकि कश्मीर के परिदृश्य पर जो बातें हो रही थीं, वे नागवार लगीं।