
संगीत प्रतियोगिता का लुत्फ उठाते हुए मौजूद अतिथि (फोटो- पत्रिका)
जयपुर: कलाप्रेमियों से भरे ऑडिटोरियम में रायपुर से आई 9 वर्षीय साक्षी यादव ने ‘इन आंखों की मस्ती…’ दिल्ली से आए आदर्श दुबे ने ‘आज की रात जरा प्यार से बातें कर ले, कल तेरा शहर मुझे छोड़ के जाना होगा…’ और गुजरात की कनिष्का ने ‘चांदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल इक तू ही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल…’ सरीखे गीतों का गुलदस्ता सजाकर माहौल को सराबोर कर दिया।
मौका था मानसरोवर स्थित माहेश्वरी समाज के भवन ‘अभिनंदन’ में आयोजित तीन दिवसीय 33वीं अखिल भारतीय दृष्टिबाधित संगीत प्रतियोगिता के फाइनल का। रविवार को फाइनल में बाल वर्ग और युवा वर्ग के कई कलाकारों ने गायकी से प्रतिभा का प्रदर्शन कर कलाप्रेमियों की खूब तालियां बटोरीं। यह प्रतियोगिता अनुराग संगीत संस्थान की ओर से आयोजित की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी शामिल हुए। इस अवसर पर संस्थान के सदस्यों ने शॉल, माला और साफा पहनाकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सुधांशु कासलीवाल शामिल हुए।
प्रतियोगिता के दौरान युवा वर्ग के जयपुर के सुनील ने ‘खुदा करे के वो मेरा नसीब हो जाए, वो जितना दूर है उतना करीब हो जाए… पेश किया। रायपुर की छाया ने करूं दया… पेश किया। कार्यक्रम के दौरान एक कलाकार ने दूल्हे का चेहरा सुहाना लगता है…,’ गीत गाया तो ऑडियंस भी उनके साथ गुनगुनाने लगी। निर्णायक मंडल के सदस्य पूर्ण चंद नागपाल ने ‘धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो…’ गजल की प्रस्तुति दी।
समाज सेवा व मानवीय मूल्यों के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सेवा समर्पण संस्थान की ओर से अनुराग संगीत संस्थान को ‘मोहन बाई राधेश्याम पारीक स्मृति सेवा समर्पण पुरस्कार-2025’ प्रदान किया गया। पुरस्कार संस्थान के संरक्षक मुकेश पारीक ने दिया। अनुराग संगीत संस्थान की कार्यकारिणी ने संस्थान के सचिव डॉ. अजीत कुमार जैन को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया।
सचिव डॉ. अजीत कुमार जैन ने बताया कि प्रतियोगिता में बाल वर्ग में पटियाला के कुणाल प्रथम स्थान पर रहे। वहीं, रायपुर की साक्षी यादव दूसरे और पटियाला के जशनप्रीत सिंह तीसरे स्थान पर रहे। युवा वर्ग में जयपुर के सुनील प्रथम स्थान पर रहे। इंदौर के अभिजीत सिंह दूसरे और रायपुर की छाया कुशवाहा तीसरे स्थान पर रहीं।
अनुराग संगीत स्वर्ण जयंती आइडियल अवॉर्ड गुरुग्राम के सुग्रीव उराव को दिया गया। राजकुमार काला स्मृति पुरस्कार जोधपुर के रामचन्द्र कड़ेला को दिया गया। दोनों वर्गों में प्रथम स्थान पर रहने वाले विजेताओं को 25-25 हजार रुपए की राशि, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वाले विजेताओं को क्रमश: 15,000 एवं 10 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।
Published on:
13 Oct 2025 08:17 am
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