31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ढोंगी बाबा के इस आश्रम में भी कैद है लड़कियां, रहस्यों से भरे कमरों और दीवारों पर लिखे अजीब स्लोगन की गुत्थी में उलझी पुलिस

झोडवाड़ा स्थित बाबा के आश्रम में रह रही हैं बीस से भी ज्यादा युवतियां और किशोरियां, किसी ने भी पुलिस को नाम तक नहीं बताया

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Rajesh

Dec 25, 2017

Jaipur Spiritual University Baba Virendra Dev Dixit Jaipur Ashram raid girls

जयपुर। दुष्कर्म और यौनशोषण के आरोपों में फंसे आसाराम बापू, गुरुमीत रामरहीम और भी कई अन्य बाबाओं के बाद अब दिल्ली में बड़ा आश्रम चला रहे बाबा वीरेन्द्र दीक्षित को बेनकाब किया गया है। नई दिल्ली में आध्यात्मिक विश्विद्यालय के नाम की आड़ में घिनौना काम करने के संगीन आरोपों से घिरा बाबा वीरेंद्र दीक्षित पुलिस की रेड से पहले ही फरार हो गया। बाबा के देशभर के कई बड़े शहरों में आश्रम हैं। इन कथित आध्यात्मिक आश्रमों में सिर्फ और सिर्फ तीस साल तक की युवतियां और कम उम्र की किशोरियां ही हैं। जयपुर स्थित आश्रम भी रहस्यों से भरा हुआ है। आश्रम पर झोटवाड़ा पुलिस ने छापा भी मारा है। पुलिस को भी दाल में काला लग रहा है लेकिन पुलिस बरामद कुछ नहीं कर सकी है।

अंधेरे कमरों में आध्यात्म का पाठ, पुलिस पहुंची तो एक ने भी नहीं खोला मुंह -

झोटवाड़ा इलाके की प्रेम नगर स्थित ओम शिव कॉलोनी के एक प्लॉट संख्या 211 में पिछले लंबे अरसे से चल रहे इस आश्रम में तीन दिन पहले झोटवाड़ा पुलिस टीम ने छापा मारा है। पुलिस को एक युवती के परिजनों ने अपनी बेटी के गायब होने की रिपोर्ट लिखवाई है। झुझुनूं निवासी इस युवती की तलाश में ही पुलिस ने यहां पर छापा मारा था। बेटी के बारे में परिजनों ने बताया था कि बेटी कुछ समय पहले बाबा के जयपुर स्थित आश्रम में आई थी और उसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं है। बाबा के इस आश्रम में जब पुलिस टीम पहुंची तो टीम को वहां पर सिर्फ युवतियांं और किशोरियां ही मिली। तीस से चार मंजिल के इस आश्रम में बीस से भी ज्यादा युवतियां और किशोरियां थी। सभी कमरों में अंधेरा था। सूरज की रोशनी को आश्रम के किसी भी कमरे में नहीं जाने दिया जा रहा था साथ ही कमरों में लाइटें भी बंद थी। आश्रम संचालिका ने पुलिस को दूसरी मंजिल तक भी नहीं जाने दिया। पुलिस को आश्रम संचालिका ने किसी तरह का रिकॉर्ड भी नहीं दिया और न ही वहां रह रही किशोरियों और युवतियों ने अपना मुंह खोला। पुलिस टीम को इन लोगों ने अपना नाम तक भी नहीं बताया। यहीं कारण है कि इनका वेरिफिकेशन करना पुलिस के लिए अब चुनौती बनता जा रहा है।

अजीब नारों और किताबों में खो गई पुलिस -

लापता युवती की तलाश के दौरान जब पुलिस आश्रम में पहुंची तो दंग रह गई। आश्रम में बाबा को लेकर कई तरह के नारे लिखे हुए थे। कुछ स्लोगन युवतियों के कमरों में चारपाई के ठीक पास लिखे हुए थे। बाबा को कई जगहों पर बाप भी लिखा गया था। पुलिस ने जब आश्रम संचालिका से इस बारे में पूछताछ की तो संचालिका ने कुछ नहीं बोला। वहां रहने वाली किशोरियों और युवतियों से बातचीत करनी चाही तो उन्होनें तो खुद को कमरों में बंद कर लिया। पुलिस फिलहाल इस गुत्थी से बाहर नहीं निकल सकी है।