
जयपुर। वर्ल्ड क्लास बनने का सपना देख रहे राजस्थान विश्वविद्यालय के विद्यार्थी टेंट के नीचे बैठकर परीक्षा देंगे। वह भी एेसे में जब विश्वविद्यालय के पास संसाधनों की कमी नहीं है लेकिन फिर भी वर्ष 2018 में होने वाली परीक्षाओं में विद्यार्थी टेंट के नीचे बैठकर परीक्षा देंगे। वह भी इस समय में जब परीक्षाओं के दौरान तेज गर्मी होगी। लेकिन जिन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या बैठक क्षमता से ज्यादा होगी, उन परीक्षा केंद्रों पर टेंट व फर्नीचर की व्यवस्था करवा कर परीक्षा को संपन्न करवाया जाएगा। इसके लिए कुलसचिव ने सभी परीक्षा केंद्रों के लिए निर्देश जारी कर दिए है। साथ ही बजट भी जारी कर दिया है।
विश्वविद्यालय के इस निर्णय पर खड़े होते सवाल -
कुलसचिव के इस निर्णय ने एक बार फिर विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है। जिसके तहत जब पहले ही विश्वविद्यालय ने परीक्षा केंद्र बनाने के लिए यह शर्त रखी थी कि जिस कॉलेज के पास पर्याप्त बैठक क्षमता होगी और पर्याप्त संसाधन होंगे,उसे ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। जिसके बाद विश्वविद्यालय की ओर से गठित की गई टीम की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर ही परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया था। लेकिन उसके बावजूद भी वहां परीक्षा केंद्र बना दिए गए जहां परीक्षार्थियों के बैठने की क्षमता कम है। एेसे में अब परीक्षा से पहले इस तरह का आदेश जारी करना कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा हैं।
टेंट व फर्नीचर के लिए 25 रुपए प्रति विद्यार्थी का बजट -
टेंट व फर्नीचर पर के लिए विश्वविद्यालय ने 25 रुपए प्रति विद्यार्थी बजट भी विश्वविद्यालय देगा। जिन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी अधिक होंगे वहां टेंट व फर्नीचर की व्यवस्था के लिए बीस रुपए प्रति विद्यार्थी फर्नीचर और टेंट के लिए पांच रुपए प्रति विद्यार्थी देय होंगे। एेसे में इस पर भी शिक्षाविदों का कहना है कि निजी कॉलेज संचालक इस आदेश के एवज में विश्वविद्यालय को चुना भी लगा सकते है। जिसमें जिस तरह बैठक क्षमता से अधिक कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया है वैसे ही कॉलेज बैठक क्षमता कम दिखा कर फर्जी टेंट व फर्नीचर के नाम पर परीक्षार्थियों के नाम पर फर्जी बिल बनाकर विश्वविद्यालय से अतिरिक्त राशि भी वसूल सकते हैं।
मिठाई की ट्रे पर ली जाती है परीक्षा -
राजस्थान विश्वविद्यालय में पहले भी टेंट के नीचे मिठाई की ट्रे से टेबल बनाकर परीक्षा लेने के कई मामले सामने आ चुके है। जिसमें एक छात्र को तो परीक्षा के दौरान मिठाई की ट्रे पर चिपकी लाल चिटीयों ने भी काट लिया था। लेकिन विश्वविद्यालय ने उसके बाद भी अपना ढर्ऱा नहीं बदला और कई विद्यार्थी इस बार भी लू के थपेड़ों के बीच परीक्षा देंगे।
Published on:
25 Dec 2017 11:46 am
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