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बकरी चरा रहे युवक का वनकर्मियों से विवाद, पेड़ से लटका मिला शव; धरने पर बैठे ग्रामीणों पर पुलिस ने छोड़े आंसू के गोले

Rajasthan News: जयपुर ग्रामीण के जमवारामगढ़ में विक्रम मीणा की आत्महत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

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Jamwaramgarh Vikram Meena suicide case

फोटो- पत्रिका नेटवर्क

Rajasthan News: जयपुर ग्रामीण के रायसर थाना क्षेत्र के जमवारामगढ़ में विक्रम मीणा की आत्महत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों और पीड़ित परिवार पर पुलिस ने शुक्रवार को लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और कई लोगों को हिरासत में लिया है। पूर्व विधायक गोपाल मीणा, आंधी की प्रधान मानसी मीणा, जिला परिषद सदस्य विजय मीणा और भगवान मक्कड़ को हिरासत में लिया गया है।

बताया जा रहा है कि इस मामले में हत्या व ST/SC एक्ट में मामला दर्ज हुआ है। DFO ओपी शर्मा ने युवक से मारपीट करने में शामिल 3 वनकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वनकर्मी मुकेश जाट, पवन यादव व श्याम लाल मीना को सस्पेंड किया गया है। वहीं, अब ये भी बताया जा रहा है कि लाठीचार्ज के विरोध में नरेश मीणा रायसर घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं।

वन विभाग के कर्मचारियों के साथ हुआ विवाद

बता दें, गुरुवार को विक्रम मीणा की हत्या के मामले में ग्रामीण और पीड़ित परिवार धरने पर बैठे थे। विक्रम मीणा की मौत वन विभाग के कर्मचारियों के साथ हुए विवाद के बाद आत्महत्या बताई जा रही है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि वनकर्मियों की प्रताड़ना के कारण विक्रम ने यह कदम उठाया। इस मामले में ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

शुक्रवार को धरने के दौरान प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने रायसर पुलिस थाने का घेराव कर लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे भीड़ तितर-बितर हो गई। इस कार्रवाई के दौरान कई ग्रामीणों को चोटें आईं और कुछ को हिरासत में लिया गया।

अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया

जमवारामगढ़ वृत्त से अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया। इस घटना के बाद वन विभाग ने तीन वनकर्मियों को निलंबित कर दिया है, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन उनकी मांगों को दबाने की कोशिश कर रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग तेज कर दी है। स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों ने मांग की है कि विक्रम मीणा की मौत की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।