प्रोगेसिव स्कूल्स एसोसिएशन राजस्थान से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में सर्दी इतनी नहीं है कि शीतकालीन अवकाश किया जाए। पिछले कई वर्षों में देखने में आया है कि शीतकालीन अवकाश गुजरने के बाद सर्दी का प्रकोप बढ़ता है। उस स्थिति में जिला कलक्टर की ओर से 5 से 7 दिन का अतिरिक्त अवकाश घोषित किया जाता है। सीबीएसई से संबंधित विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षाएं एक जनवरी से होनी तय है। ऐसे में शीतकालीन अवकाश अनिवार्य करना उचित नहीं है।
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पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद राजस्थान में सर्दी बढ़ती है, लेकिन पहाड़ी इलाकों में इस बार बर्फवारी अधिक नहीं हुई। इससे उत्तरी हवाओं का असर कम रहा। जनवरी के पहले सप्ताह के बाद शीतलहर का असर देखने को मिलेगा।– राधेश्याम शर्मा, निदेशक, मौसम केन्द्र, जयपुर