11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बड़ी खबर: किसानों से अधिक पैसे वसूले तो अब खैर नहीं, होंगे लाईसेन्स निरस्त

किसानों ( farmers of rajasthan ) को मिलने वाली रियायतों और सुविधाओं में लापरवाही को लेकर सरकार ( rajasthan government ) सख्ती के मूड में दिख रही है। प्रमुख शासन सचिव सहकारिता ( Principal Secretary Cooperatives) ने कहा कि समर्थन मूल्य ( support price ) खरीद के दौरान कोताही करने वाले के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Abdul Bari

Oct 15, 2019

जयपुर
किसानों ( farmers of rajasthan ) को मिलने वाली रियायतों और सुविधाओं में लापरवाही को लेकर सरकार ( rajasthan government ) सख्ती के मूड में दिख रही है। प्रमुख शासन सचिव सहकारिता ( Principal Secretary Cooperatives) नरेश पाल गंगवार ने कहा कि समर्थन मूल्य ( support price )
पर मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली की खरीद के दौरान कोताही करने वाले अधिकारियाें एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीद की गंभीरता समझते हुए गंभीर होकर अपने दायित्वों का निर्वहन करे। उन्होंने यह निर्देश कृषि, सहकारिता एवं राजफैड के खरीद से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिए।

अधिक फीस वसूलने वाले ई-मित्र केन्द्रों की खैर नहीं

शासन सचिवालय में मंगलवार को गंगवार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक के साथ सहकारिता, कृषि एवं राजफैड से जुड़े अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किसानों को खरीद के दौरान अव्यवस्था नहीं हो यह सुनिश्चित किया जाए। खरीद के लिये पंजीयन की प्रक्रिया 30 अक्टूबर तक चलेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि पंजीयन के लिए किसानों से 25 रुपये से अधिक फीस वसूलने वाले ई-मित्र केन्द्रों के लाईसेन्स निलंबित एवं निरस्त किये जाये।

खरीद के दौरान हो कानून व्यवस्था की पुख्ता व्यवस्था

प्रमुख शासन सचिव ने निर्देश दिये कि जिले में यह सुनिश्चित किया जाए की बिना गिरदावरी या पुरानी गिरदावरी से किये गये पंजीयन किसी भी स्थिति में मान्य नहीं हाेंगे ओर ना ही ऐसे पंजीयन करने वाले किसानों से खरीद होगी। रजिस्ट्रार, सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि किसान द्वारा गिरदावरी के पी-35 फार्मेट को ही पंजीयन के लिये मान्य माना गया है। यदि किसी भी जिले में शीघ्र ही पंजीयन पूरा हो गया है तो जिला कलेक्टर अपने स्तर से जांच कराये। उन्होंने निर्देश दिये की खरीद के दौरान कानून व्यवस्था की पुख्ता व्यवस्था की जाए।


...तो सर्वेयर के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही

डॉ. पवन ने कहा कि एफएक्यू मानक से ही खरीद सुनिश्चित की जाए यदि समिति द्वारा मानक के तहत खरीद नहीं की जाती है तो इसके लिये समिति जिम्मेदार मानी जाएगी और यदि नेफैड के सर्वेयर के द्वारा खरीद उपज को गलत रिजेक्ट किया जाता है तो सर्वेयर के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी एवं उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में बनी समिति इस संबंध में जांच भी करेगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए की खरीद केन्द्रों पर पर्याप्त रोशनी, छाया, पानी एवं तुलाई की व्यवस्था हो।

समय पर हों परिवहन के टेण्डर

प्रबंध निदेशक, राजफैड सुषमा अरोड़ा ने कहा कि मांग के अनुसार खरीद केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि समय पर परिवहन के टेण्डर कर लिए जाए ताकि खरीद होने पर भण्डारण में परेशानी नहीं आए। उन्होंने कहा कि जिन किसानों का बायोमैट्रिक पंजीयन नहीं हो रहा है उन्हें ओटीपी कि सुविधा भी दी जा रही है।

पहले दिन 50 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन

अरोड़ा ने कहा कि प्रक्रिया को ई-वेयर हाउस रिसिप्ट के जरिये और सरल करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि किसानों को शीघ्र भुगतान हो सके। उन्होंने कहा कि पंजीयन के पहले दिन 50 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर उपज बेचान के लिए पंजीयन कराया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कृषि एवं सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

यह खबरें भी पढ़ें...

अब फील्ड में दिखेंगे केवल जवान पुलिसकर्मी, डीजीपी ने जारी किए आदेश

BSF जवान पर युवती ने लगाया शारीरिक संबंध बनाने का आरोप, तलाशती आ पहुंची राजस्थान के जैसलमेर...


महिलाओं के वेश में कार में घूम रहे थे तीन युवक, लोगों ने कार को घेरकर रुकवाया और कर दी धुनाई