18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रेलवे जीएम के बेटे का मोबाइल जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने 90 मिनट में किया रिकवर, नहीं ढूंढ पाई GRP

जयपुर में रेलवे के गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार शाम हुए वाकये में रेलवे की जीआरपी और आरपीएफ के दावों की पोल खोलकर रख दी। दोनों जांच एजेंसियों की सतर्कता और सक्रियता के दावों पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।

2 min read
Google source verification

प्रतीकात्मक तस्वीर, मेटा एआइ

Gandhi nagar Jaipur Railway Station: उत्तर पश्चिम रेलवे के गांधी नगर नगर जयपुर रेलवे स्टेशन पर हुए वाकये में रेलवे की जीआरपी और आरपीएफ के दावों की पोल खोलकर रख दी। दोनों जांच एजेंसियों की सतर्कता और सक्रियता के दावों पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
मंगलवार शाम दक्षिण पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के बेटे का मोबाइल गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर चोरी हो गया। मोबाइल चोरी होते ही जीआरपी शहर में तलाश में जुट गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। रात 9 बजे सीएसटी, डीएसटी और बजाज नगर थाना स्पेशल पुलिस को लगाया तो 11:30 बजे ही यानी महज ढाई घंटे में मोबाइल बरामद कर लिया।

गांधी नगर स्टेशन पर री-डवलपमेंट का काम चल रहा है। मंगलवार शाम को दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन के जीएम परिवार सहित गांधीनगर से दिल्ली जाने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान किसी शख्स ने ने उनके बेटे का मोबाइल चोरी कर लिया। घटना की जानकारी ट्रेन में बैठने के बाद लगी, तो उन्होंने जीआरपी को मोबाइल चोरी की सूचना दी। जब जीआरपी मोबाइल को तलाशने में असफल हुई, तो उसके बाद जयपुर कमिश्नरेट पुलिस से मदद मांगी गई।

सीएसटी, डीएसटी ​टीम ने 90 मिनट में खोजा

बजाज नगर थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि रात 9 बजे सूचना के बाद पुलिस टीम को लगाया था। मोबाइल की आईडी को लैपटॉप में ऑनकर लोकेशन देना शुरू किया तो जवाहर सर्किल, मालवीय नगर, झालाना कच्ची बस्ती के 50 से ज्यादा घरों में तलाशी के बाद मोबाइल को बरामद कर लिया। उधर, पुलिस ने 3 लोगों को डिटेन किया है, जिनसे पूछताछ जारी है। उनके पास से दो दर्जन से भी ज्यादा मोबाइल मिले हैं, जिनके बारे में तस्दीक की जा रही है।

जीआरपी- आरपीएफ में तालमेल कम

रेलवे में जीआरपी और आरपीएफ में आपसी तालमेल की बेहद कमी उजागर हो रही है। जिसके कारण बीते दिनों में रेलवे स्टेशनों पर हुई वारदातों के खुलासे के लिए दो बार स्थानीय थाना पुलिस की मदद लेनी पड़ी है। जबकि जीआरपी और आरपीएफ के क्षेत्र में घटना होने के बावजूद दोनों बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रही है।

29 नवंबर को सांगानेर रेलवे स्टेशन से बच्चे को युवक उठाकर ले गया। मामले में जीआरपी का तलाशी अभियान फेल रहा तो आखिर में स्थानीय पुलिस की मदद ली। इसके बाद बालक को दस्तयाब किया गया। मंगलवार शाम को स्टेशन से जीएम के बेटे के मोबाइल चोरी मामले में भी यही स्थित रही। दोनों आपस में उलझते रहे। स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के कारण वारदातों की फुटेज नहीं मिलने से भी कई वारदातों का खुलासा ही नहीं होता है।

आम शहरी की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं

गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर रेलवे जीएम के बेटे को चोरी हुआ मोबाइल फोन पुलिस ने महज 90 मिनट में रिकवर कर लिया। जबकि दूसरी तरफ आम शहरी के मोबाइल चोरी की रिपोर्ट तक दर्ज करने में पुलिस निष्क्रिय रहती है। अधिकांश मामलों में मोबाइल चोरी होने के बावजूद पुलिस केवल गुमशुदगी दर्ज कर इतिश्री कर लेती है। जिस तत्परता से रेलवे जीएम के बेटे का मोबाइल फोन पुलिस ने ढूंढ निकाला काश इतनी ही सक्रियता पुलिस आमजन की शिकायतों पर भी करे।