29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लॉरेंस की गैंग के संपर्क में था मोनू मानेसर, गैंगस्टर बनना चाह रहा था… अब भरतपुर पुलिस की कस्टडी में

Monu Manaser: मोनू को फिलहाल जुनैद और नासिर की हत्या के मामले में पकडा गया है और उसे गंभीर सजा दी जा सकती है।

2 min read
Google source verification
Monu Manesar

Monu Manesar

Monu Mansar: भरतपुर पुलिस का वांटेड मोनू मानेसर गैंगस्टर बनना चाह रहा था। वह लॉरेंस विश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था। दोनो के बीच एक विशेष एप के जरिए बात हो रही थी और इस दोनो कॉल एवं मैसेज हुए। बताया जा रहा है कि मोनू को लॉरेंस के भाई अनमोल ने लॉरेंस का भी नंबर दिया था। इस पर बात हुई या नहीं इसका खुलासा नहीं हो सका है। मोनू को फिलहाल जुनैद और नासिर की हत्या के मामले में पकडा गया है और उसे गंभीर सजा दी जा सकती है। नासिर और जुनैद के परिवार ने मोनू के लिए फांसी की सजा की मांग की है।

हरियाणा पुलिस से प्रोडेक्शन वारंट पर भरतपुर लाए गए मोनू से पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं। सामने आया कि मोनू और उसकी टीम ने नासिर और जुनैद को कई दिनों तक ट्रेक किया था। जिन लोगों पर गौ तस्करी के केस थे वे इनके टारगेट पर थे। नासिर पर भरतपुर में गौ तस्करी के चार केस थे। उसका बार बार हरियाणा के मेवात इलाके में आना जाना था। मोनू और उसकी टीम ने आठ दिन पहले नासिर और जुनैद को सबक सिखाने का प्लान किया था। बाद में हत्या ही कर डाली। दोनो को बोलेरो गाड़ी में जला दिया गया।

यह भी पढ़ें: तीन साल की उम्र में पहाड़ सा कष्ट... दादा, दादी, माता, पिता.. एक साथ जली चारों की चिता... मां के इंतजार में रोती रोती सो गई बच्ची...

उसके बाद जब मोनू मानेसर का मामला इस केस से जुड़ा तो मोनू डर गया और कुछ पैसा लेकर बैंकाक भाग गया। वहां पर करीब पच्चीस से तीस दिन काटे और फिर जब केस ठंडा हुआ तो वापस हरियाणा लौट आया। लेकिन जब हरियाणा के नूह में पिछले दिनों हिंसा में उसका नाम आया तो हरियाणा पुलिस फिर से उसकी तलाश करने में जुट गई और स्पेशल टीम ने उसे दबोच ही लिया। वह अगर अभी पकड़ा नहीं जाता तो वह जरूर से गैंगस्टर बन जाता। अगस्त के महीने के अंत से दस सितंबर तक वह लॉरेंस के भाई अनमोल के संपर्क में सिग्नल एप के जरिए था।