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महंगाई राहत कैंप में आए पांच बच्चों की दर्द भरी कहानी…पिता की मौत के बाद मां प्रेमी संग भागी, अफसर से बोले माता पिता दिलवा दो साहब

बच्चों के ताऊ ने तहसीलदार जयसिंह चौधरी को ज्ञापन दिया और बच्चों के लिए सही इंतजाम कराने की मांग की। ताऊ रमेश ने कहा कि उनकी हालत भी दयनीय है

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जयपुर
24 अप्रेल से शुरू हुए महंगाई राहत कैंप में एक से एक मामले सामने आ रहे हैं। दस बड़ी सरकारी योजनाओं का लाभ ऑन स्पॉट देने वाले ये महंगाई राहत कैंप चर्चा में है। पिछले दिनों कुछ शहरों में कुछ कुंवारे इन राहत कैंपों में दुल्हन मांगने तक पहुंच गए। हांलाकि उनको इस तरह की राहत नहीं मिल सकी। अब राहत कैंपों से सबसे ज्यादा चौकाने वाली खबर सामने आई है। पांच भाई बहन दौसा जिले के रहने वाले.... एक राहत कैंप में पहुंचे हैं और एप्लीकेशन दी है कि हमें अभिभावक दिलाएं जाएं.....। हम बहन भाईयों के पास खाने तक को कुछ नहीं है।

दरअसल दौसा जिले में भी कई जगहों पर महंगाई राहत कैंप लगे हुए हैं। इसी तरह का एक कैंप मंडावर थाना इलाके में भी चल रहा है। गुरुवार को यहां पर पांच बच्चे अपने ताऊ रमेश कुमार के साथ पहुंचे। पता चला कि उन बच्चों के पिता टीकाराम की मौत साल 2021 में हो गई। वह बीमार रहते थे। इस कारण मां भी दो बार घर छोड़कर जा चुकी थी। टीकाराम की मौत के बाद उसके क्लेम और अन्य फायदे उठाने के बाद पांचों बच्चों की मां अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई।

बच्चों के ताउ ने तहसीलदार जयसिंह चौधरी को ज्ञापन दिया और बच्चों के लिए सही इंतजाम कराने की मांग की। ताऊ रमेश ने कहा कि उनकी हालत भी दयनीय है। परिवार मजदूर वर्ग से है। भाई भी मजदूरी करता था। ताऊ रमेश ने तहसीलदार से मांग की कि वे बच्चों के लिए कुछ सरकारी योजनाओं का बंदोबस्त करा देवें या अन्य इंतजाम करा देवें ताकि बच्चों का जीवन चल रहे। बच्चों में चार बहनें हैं जिनकी उम्र सात साल से ग्यारह साल के बीच है। वहीं सबसे छोटा भाई है जिसकी उम्र करीब चार साल है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद बच्चों की मां के खिलाफ मंडावर थाने में केस दर्ज कराया गया है। तहसीलदार ने जल्द ही उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।