देश भर में नेशनल हाइवे निर्माण कार्य पिछले पांच साल में तेजी से हुए। प्रतिदिन 11 किलोमीटर से बढक़र यह 22 किलो मीटर तक पहुंचे। नेशनल हाइवे के मामले में पिछड़े राजस्थान को केन्द्र व राज्य में भाजपा सरकार (
BJP Government ) होने का फायदा बखूबी मिला और हाइवे निर्माण परवान चढ़ गया।
राजस्थान में 2016-17 में 1,125 किलो मीटर लंबाई का तक नेशनल हाइवे तैयार किया गया। इसके अगले साल इसमें मामूली गिरावट आई, लेकिन राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार (
Congress Government ) आई। उसके बाद नेशनल हाइवे निर्माण कार्य लगातार धीमे होते चले गए।
पिछले डेढ़ साल के दौरान राजस्थान में 1177 किलो मीटर लंबाई का नेशनल हाइवे तैयार हो सका है। इसी तरह के हाल मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (
CM Ashok Gehlot ) केन्द्र की कुछ योजनाओं में बजट कटौती को लेकर भाजपा की केन्द्र सरकार (
Central Government ) के खिलाफ बयान भी दे चुके हैं।
भाजपा शासित कुछ राज्य भी पिछड़े
भाजपा शासित गुजरात, हरियाणा, बिहार जैसे कुछ प्रदेशों में भी नेशनल हाइवे निर्माण कार्यों की धीमी रफ्तार हुई है। इनमें गुजरात और हरियाणा में नेशनल हाइवे निर्माण पर पहले बहुत काम हो चुका है, जिसकी वजह से काम की रफ्तार कम हुई है।
विभिन्न राज्यों में नेशनल हाइवे निर्माण की स्थिति (किलोमीटर में निर्माण)
प्रदेश ——– 2014-15 — 2015-16 —- 2016-17—-2017-18 — 2018-19 —- 2019-20 में अब तक
राजस्थान —– 853 ——- 1,063 ——- 1,125 —–1,075 ——- 728 ———- 449
मध्यप्रदेश —— 335 ——- 306 ——- 475 ——- 594 ——— 829 ———- 356
छत्तीसगढ़ —- 307 ——– 327 ——- 483 ——- 522 ——— 397 ———– 114
गुजरात ——- 139 ——— 277 ——– 86 ——- 189 ——— 303 ———— 84
हरियाणा ——- 86 ———- 170 ——- 369 ——- 290 ——– 226 ——- —– 96