
जयपुर। केन्द्र सरकार ने नई हज नीति 2018-22 में जयपुर से एम्बार्केशन प्वाइंट के बंद करने के फैसले में आज कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। मुस्लिम समाज के विरोध के बाद सरकार आज इसमें कुछ रियायत दे सकती है। हाजी निजामुद्दीन का कहना है कि आज जयपुर के सचिवालय में होने वाली बैठक में हज की फ्लाइट शुरू की जा सकती है। इसके लिए मुस्लिम समाज प्रयासरत है।
हाजी निजामुद्दीन का कहना है कि हमारे प्रयासों से 2005 में यहां से हज की फ्लाइट़्स शुरू हुईं थी। पूरे प्रदेश के लोगों को इससे काफी राहत मिली थी। सरकार को इसे बंद नहीं करना चाहिए। देश के जिस भी शहर से कम हज पर जाने वाले होगें वहां से ही प्रदेश के यात्रियों को जाना पड़ेगा इससे हज पर जाने वालों पर ज्यादा आर्थिक भार पड़ेगा। जयपुर सहित प्रदेश के लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
12 शहरों से बंद की है फ्लाइट
नई हज नीति में जयपुर, गुवाहाटी, श्रीनगर, रांची, नागपुर, गया, कालीकट, इंदौर, मैंगलोर, भोपाल, वाराणसी और गोवा यानी 12 शहरों से हज के लिए फ्लाइट सुविधा बंद करने की बात है। नई हज नीति 2018 में से लागू होगी।
नई नीति ने तोडे सपने
नई हज नीति में की गई घोषणा से लगातार चार साल से आवेदन कर रहे लोगों के सपने पल-भर में टूट गए हैं। नई नीति में इस बात की सिफारिश की गई है कि 70 साल और वह लोग जो पिछले चार सालों से हज पर जाने के लिए आवेदन कर रहे थे उनको अब इस सुविधा से वंचित कर दिया गया है। इससे इस साल जिनका हज पर जाना तय था उन लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। नई हज नीति में समुद्र के रास्ते पानी के जहाज से की जाने वाली यात्रा का प्रावधान दिया गया है। लेकिन जो आर्थिक रूप से सक्षम है वो ही हज कर सकता है। ऐसे में हज पर जाने वाले हवाई यात्रा की तुलना में इस व्यवस्था से कम प्रतिशत में जा पाएंगे।
Published on:
18 Oct 2017 03:27 pm
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