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Rajasthan Podcast: अब पॉडकास्ट सुनते-सुनते हो रही खरीदारी, बाजारों में बढ़ गई 22% तक बिक्री, लाखों पर्यटक फिदा

Cultural Heritage: राजस्थानी लोककथाओं को देश-दुनिया तक पहुंचा रहा पॉडकास्ट। जौहरी बाजार से हवामहल तक, हेरिटेज और युवाओं के बीच 22 प्रतिशत लाभ की संभावना।

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Jul 16, 2025

एआई फोटो

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अरुण कुमार

Rajasthan Podcast: जयपुर। राजस्थान की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का गढ़, अब सांस्कृतिक पॉडकास्ट नेटवर्क के जरिए अपनी लोककथाओं और इतिहास को वैश्विक मंच पर ले जा रहा है। वर्ष 2024 में शुरू इस पहल ने जौहरी बाजार, बापू बाजार, चांदपोल, वैशाली नगर और सी-स्कीम जैसे स्थानीय क्षेत्रों में राजस्थानी कथाओं, मध्यकालीन इतिहास, और हस्तशिल्प की कहानियों को ऑडियो कंटेंट के माध्यम से जीवंत किया है। पीडब्ल्यूसी इंडिया की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पॉडकास्ट की मांग 20 प्रतिशत बढ़ी, जिसमें जयपुर में 28 प्रतिशत युवा (18-34 वर्ष) और 12.5 लाख पर्यटकों ने सांस्कृतिक कंटेंट में रुचि दिखाई। यह नेटवर्क राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को डिजिटल युग में नई पहचान दे रहा है।

पॉडकास्ट की सामग्री और प्रभाव

इस नेटवर्क में मेवाड़ के गुहिल वंश, कछवाहा राजपूतों की वीरता, गणगौर और तीज जैसे उत्सवों, और जयपुर की ब्लू पॉटरी व थेवा ज्वैलरी की कहानियां शामिल हैं। जौहरी बाजार के कारीगरों और चांदपोल के रत्न व्यापार का इतिहास भी प्रमुखता से उभरा है। वर्ष 2024 में 60 से अधिक स्थानीय कथावाचकों, इतिहासकारों, और युवा क्रिएटर्स ने 250 से अधिक एपिसोड रिकॉर्ड किए, जो हिंदी, राजस्थानी, और अंग्रेजी में उपलब्ध हैं। वैशाली नगर और मानसरोवर में रिकॉर्डिंग स्टूडियो स्थापित किए गए, जिनमें 40 प्रतिशत क्रिएटर्स महिलाएं हैं। साहित्य अकादमी द्वारा 28 अक्टूबर 2024 को जयपुर में आयोजित "मध्यकालीन राजस्थानी गद्य परंपरा" परिसंवाद ने इस पहल को और बल दिया।

स्थानीय बाजार और आर्थिक प्रभाव

जौहरी और बापू बाजार में पॉडकास्ट ने स्थानीय दुकानदारों की कहानियों को उजागर कर बिक्री 18 प्रतिशत बढ़ाई। हवामहल और जंतर मंतर के पर्यटकों ने पॉडकास्ट सुनते हुए खरीदारी में 22 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की। वैशाली नगर के स्टूडियो ने स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया, जिससे 15 प्रतिशत नए क्रिएटर्स जुड़े। 2024 में 3.3 लाख डाउनलोड्स हुए, जिनमें 45 प्रतिशत युवा श्रोता थे।

भविष्य की संभावनाएं

2025 तक यह नेटवर्क उदयपुर, जोधपुर, और बीकानेर में विस्तार करेगा, जिससे पर्यटन और सांस्कृतिक निर्यात में 25 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। जयपुर का यह सांस्कृतिक पॉडकास्ट नेटवर्क गुलाबी नगरी की विरासत को डिजिटल युग में अमर कर रहा है।

जयपुर में पॉडकास्ट से जुड़ाव और आय

विवरणआंकड़े
कुल पॉडकास्ट श्रोता (2020-2024)11.5 लाख
औसत वार्षिक मांग वृद्धि15 प्रतिशत
कुल पर्यटक जुड़ाव (2020-2024)52 लाख
कुल कंटेंट क्रिएटर्स (2024 तक)60
महिला कंटेंट क्रिएटर्स40 प्रतिशत (24)