विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी दर जिला कलक्टर स्तर पर गठित कमेटी तय करेगी। जीपीएस व ओटीपी नम्बर के जरिए इन टैंकरों की मॉनिटरिंग की जाएगी। गौरतलब है कि अभी 420 एमएलडी पेयजल प्रतिदिन सप्लाइ हो रहा है। इसमें से 310 बीसलपुर बांध से और 109 एमएलडी पानी ट्यूबवैलों से लिया जा रहा है। गम्भीर यह है कि इनमें कई ट्यूबवैल ऐसे हैं, जिन्हें खुद विभाग व जिला प्रशासन अवैध मानता रहा है। शहर में पानी बेचने का अवैध कारोबार लम्बे समय से चल रहा है। घरों में अवैध ट्यूबवैल चलाकर पानी बेचा जा रहा है। ऐसे कई लोगों ने निजी टैंकर संचालकों से अनुबंध तक कर रखा है लेकिन अब तक प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में यह अवैध कारोबार बढ़ता रहा है।
यों समझें पानी की परेशानी
– पिछले वर्ष अगस्त में 30 प्रतिशत पेयजल कटौती शुरू की गई। इस बीच 273 पुराने बंद पड़े ट्यूबवैल चलाने का काम शुरू हुआ। इनमें से 230 ट्यूबवैल चालू कर दिए गए, जिनसे 39 एमएलडी पानी रोजाना लिया जा रहा है।
– विभाग ने 279 और नए ट्यूबवैल का प्रस्ताव सौंपा था, जिसे पिछले दिनों स्वीकृति मिल चुकी है। इससे 40 एमएलडी पेयजल मिलेगा।
– अब 453 नए ट्यूबवैल और खोदने का प्रस्ताव वित्त विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। इस पर 35 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे करीब 70 एमएलडी पानी मिलने का आकलन है।
(इन ट्यूबवैलों के जरिए रोजाना 15 करोड़ लीटर पानी जमीन से खींचा जाएगा। जबकि करीब 8 करोड़ लीटर भूजल पहले से लिया जा रहा है)
– पिछले वर्ष अगस्त में 30 प्रतिशत पेयजल कटौती शुरू की गई। इस बीच 273 पुराने बंद पड़े ट्यूबवैल चलाने का काम शुरू हुआ। इनमें से 230 ट्यूबवैल चालू कर दिए गए, जिनसे 39 एमएलडी पानी रोजाना लिया जा रहा है।
– विभाग ने 279 और नए ट्यूबवैल का प्रस्ताव सौंपा था, जिसे पिछले दिनों स्वीकृति मिल चुकी है। इससे 40 एमएलडी पेयजल मिलेगा।
– अब 453 नए ट्यूबवैल और खोदने का प्रस्ताव वित्त विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। इस पर 35 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे करीब 70 एमएलडी पानी मिलने का आकलन है।
(इन ट्यूबवैलों के जरिए रोजाना 15 करोड़ लीटर पानी जमीन से खींचा जाएगा। जबकि करीब 8 करोड़ लीटर भूजल पहले से लिया जा रहा है)
टैंकरों के जरिए 80 लाख लीटर पानी सप्लाइ
शहर में टैंकरों के जरिए अभी करीब 80 लाख लीटर पेयजल सप्लाइ किया जा रहा है। इसके लिए रोजाना 2 हजार टैंकर ट्रिप हो रहे हैं। सत्तर फीसदी से ज्यादा पम्प हाउस से लिया जा रहा है, जहां बीसलपुर का पानी पहुंच रहा है। निजी ट्यूूबवैलों से 40 लाख लीटर (4 एमएलडी) पेयजल लिया जाएगा ताकि बीसलपुर का प्रतिदिन इतना ही पानी बच सके।
शहर में टैंकरों के जरिए अभी करीब 80 लाख लीटर पेयजल सप्लाइ किया जा रहा है। इसके लिए रोजाना 2 हजार टैंकर ट्रिप हो रहे हैं। सत्तर फीसदी से ज्यादा पम्प हाउस से लिया जा रहा है, जहां बीसलपुर का पानी पहुंच रहा है। निजी ट्यूूबवैलों से 40 लाख लीटर (4 एमएलडी) पेयजल लिया जाएगा ताकि बीसलपुर का प्रतिदिन इतना ही पानी बच सके।
इनका कहना है
निजी ट्यूबवैलों के जरिए भी लोगों तक पानी पहुंचाएंगे। इससे बीसलपुर बांध का पानी बच सकेगा।
देवराज सोलंकी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग
निजी ट्यूबवैलों के जरिए भी लोगों तक पानी पहुंचाएंगे। इससे बीसलपुर बांध का पानी बच सकेगा।
देवराज सोलंकी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग