scriptजलदाय विभाग की मजबूरी, अब उठाना पड़ेगा यह कदम | now water works have to take this step to fight water crisis | Patrika News

जलदाय विभाग की मजबूरी, अब उठाना पड़ेगा यह कदम

locationजयपुरPublished: Jan 19, 2019 09:57:32 am

Submitted by:

Mridula Sharma

सर्दी में भी पानी की किल्लत

water

जलदाय विभाग की मजबूरी, अब उठाना पड़ेगा यह कदम

भवनेश गुप्ता/जयपुर. बीसलपुर बांध में पानी कम होने और जयपुर में किल्लत लगातार बढऩे के कारण जलदाय विभाग को इस बार सर्दी में भी पसीने आ रहे हैं। आलम यह है कि कटौती करने, सरकारी ट्यूबवैलों से पानी लेने जैसे जतन कर चुका विभाग थक-हारकर अब निजी ट्यूबवैलों से पानी खरीदेगा। इनमें कई ट्यूबवैल अवैध भी हैं। वैकल्पिक इंतजाम के तहत विभाग ने निजी ट्यूबवैल से जलापूर्ति करने को हरी झंडी दे दी है। इसके तहत शहर में 239 निजी ट्यूबवैल चिह्नित किए गए हैं। अनुबंधित फर्म इन ट्यूबवैलों से टैंकरों के जरिए प्रतिदिन करीब 40 लाख लीटर पेयजल प्रभावित लोगों तक पहुंचाएगी।
विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी दर जिला कलक्टर स्तर पर गठित कमेटी तय करेगी। जीपीएस व ओटीपी नम्बर के जरिए इन टैंकरों की मॉनिटरिंग की जाएगी। गौरतलब है कि अभी 420 एमएलडी पेयजल प्रतिदिन सप्लाइ हो रहा है। इसमें से 310 बीसलपुर बांध से और 109 एमएलडी पानी ट्यूबवैलों से लिया जा रहा है। गम्भीर यह है कि इनमें कई ट्यूबवैल ऐसे हैं, जिन्हें खुद विभाग व जिला प्रशासन अवैध मानता रहा है। शहर में पानी बेचने का अवैध कारोबार लम्बे समय से चल रहा है। घरों में अवैध ट्यूबवैल चलाकर पानी बेचा जा रहा है। ऐसे कई लोगों ने निजी टैंकर संचालकों से अनुबंध तक कर रखा है लेकिन अब तक प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में यह अवैध कारोबार बढ़ता रहा है।
यों समझें पानी की परेशानी
– पिछले वर्ष अगस्त में 30 प्रतिशत पेयजल कटौती शुरू की गई। इस बीच 273 पुराने बंद पड़े ट्यूबवैल चलाने का काम शुरू हुआ। इनमें से 230 ट्यूबवैल चालू कर दिए गए, जिनसे 39 एमएलडी पानी रोजाना लिया जा रहा है।
– विभाग ने 279 और नए ट्यूबवैल का प्रस्ताव सौंपा था, जिसे पिछले दिनों स्वीकृति मिल चुकी है। इससे 40 एमएलडी पेयजल मिलेगा।
– अब 453 नए ट्यूबवैल और खोदने का प्रस्ताव वित्त विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। इस पर 35 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे करीब 70 एमएलडी पानी मिलने का आकलन है।
(इन ट्यूबवैलों के जरिए रोजाना 15 करोड़ लीटर पानी जमीन से खींचा जाएगा। जबकि करीब 8 करोड़ लीटर भूजल पहले से लिया जा रहा है)
टैंकरों के जरिए 80 लाख लीटर पानी सप्लाइ
शहर में टैंकरों के जरिए अभी करीब 80 लाख लीटर पेयजल सप्लाइ किया जा रहा है। इसके लिए रोजाना 2 हजार टैंकर ट्रिप हो रहे हैं। सत्तर फीसदी से ज्यादा पम्प हाउस से लिया जा रहा है, जहां बीसलपुर का पानी पहुंच रहा है। निजी ट्यूूबवैलों से 40 लाख लीटर (4 एमएलडी) पेयजल लिया जाएगा ताकि बीसलपुर का प्रतिदिन इतना ही पानी बच सके।
इनका कहना है
निजी ट्यूबवैलों के जरिए भी लोगों तक पानी पहुंचाएंगे। इससे बीसलपुर बांध का पानी बच सकेगा।
देवराज सोलंकी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो