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पायलट समर्थक विधायक के बयान से राजस्थान के सियासी संकट में आया नया मोड़

locationजयपुरPublished: Aug 02, 2020 01:44:06 pm

राजस्थान के सियासी संकट में नया मोड़ आ गया है। कांग्रेस के बागी विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का कहना है कि पायलट गुट के सभी विधायक विधानसभा सत्र में भाग लेंगे।

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Ashok Gehlot – sachin Pilot

जयपुर। राजस्थान के सियासी संकट में नया मोड़ आ गया है। कांग्रेस के बागी विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का कहना है कि पायलट गुट के सभी विधायक 14 अगस्त को होने वाले विधानसभा सत्र में भाग लेंगे। एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में उदयपुर जिले की वल्लभनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत ने यह दावा भी किया कि गहलोत गुट के विधायक उनके संपर्क में हैं।

विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट क्यों किया गया?
उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार सुरक्षित है तो विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट क्यों किया गया। जब शक्तावत से पूछा गया कि क्या विधानसभा सत्र में शामिल होने वाले पायलट कैंप के विधायक सरकार के पक्ष में वोटिंग करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला सचिन पायलट लेंगे।

पार्टी के खिलाफ नहीं, समस्याओं को सुने हाईकमान:
गजेंद्र सिंह शक्तावत ने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नहीं हैं। हम चाहते हैं कि हमारी समस्याओं को हाईकमान सुने। शक्तावत ने यह भी साफ किया कि उनके पास उतने विधायक हैं, जितने की उन्हें जरूरत है। सचिन पायलट समर्थक विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का यह बयान ऐसे समय आया है, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी सुर बदले हैं। सीएम गहलोत ने कहा था कि बागी विधायकों को अगर हाईकमान माफ करता है तो वे सभी को गले लगाएंगे। उनका कोई प्रेस्टिज पॉइंट नहीं है।

राजस्थान में दो हिस्सों में बंटी कांग्रेस, गहलोत भारी:
राजस्थान में कांग्रेस दो हिस्सों में बंट चुकी है। विधायकों का एक गुट गहलोत के साथ है तो दूसरा सचिन के साथ। हालांकि पलड़ा गहलोत का भारी है। सचिन के समर्थक विधायक हरियाणा में हैं तो गहलोत गुट में शामिल मंत्री-विधायक राजस्थान में तीन ठिकानों पर मौजूद हैं। जयपुर और जैसलमेर के दो होटल में मंत्री-विधायक मौजूद हैं।

सबसे अधिक मंत्री-विधायक जैसलमेर के सूर्यागढ़ होटल में:
सबसे अधिक मंत्री-विधायक जैसलमेर के सूर्यागढ़ होटल में हैं। इसी गुट का एक छोटा धड़ा जैसलमेर के गोरबंद होटल में मौजूद है। यहां सरकार के 8 मंत्री-विधायक ठहरे हुए हैं। वहीं, जयपुर में अभी 7 मंत्री जमे हुए हैं। सबसे बड़ा गुट सूर्यागढ़ में है। यहां जरूर एक दर्जन ऐसे चेहरे हैं जो पायलट खेमे के माने जाते हैं। लेकिन यहां उन पर विशेष नजरों का पहरा रहता है।

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