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PM के राजस्थान आगमन से पहले डोटासरा ने सरकार को घेरा… आदिवासी अस्मिता से लेकर किसानों तक उठाये सवाल…

PM Modi Banswara Visit: सोशल मीडिया एक्स पर गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान के सरकारी विभागों और पर्ची सरकार के लिए यह सब कुछ लिखा है..... कल राजस्थान के बांसवाड़ा पधार रहे प्रधानमंत्री @narendramodi जी का हार्दिक स्वागत है।

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Photo- Dotasara X Handle

PM नरेंद्र मोदी के सोमवार को प्रस्तावित बांसवाड़ा दौरे से पहले राजस्थान की भाजपा सरकार विपक्ष और जनसंगठनों के निशाने पर है। आदिवासी अस्मिता, किसानों की बदहाल स्थिति, बेरोजगारी, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ व्यापक असंतोष दिखाई दे रहा है। स्थानीय और राज्यस्तरीय संगठनों ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि वे दौरे के दौरान इन ज्वलंत समस्याओं पर भी ध्यान दें।

सोशल मीडिया एक्स पर गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान के सरकारी विभागों और पर्ची सरकार के लिए यह सब कुछ लिखा है..... कल राजस्थान के बांसवाड़ा पधार रहे प्रधानमंत्री @narendramodi जी का हार्दिक स्वागत है।

प्रधानमंत्री जी, आप यहां पधार रहे हैं तो मेहरबानी से परची_सरकार के कुशासन और आपकी चुनावी गारंटियों की हक़ीक़त पर ज़रा ग़ौर कीजिए। आज राजस्थान में भाजपा सरकार की नाकामी और ग़लत निर्णयों से हर वर्ग कराह रहा है। जिस बांसवाड़ा की धरा पर आप पधार रहे हैं, वहां भाजपा सरकार आदिवासियों की अस्मिता पर प्रहार कर रही है। आदिवासियों के इतिहास को किताबों से मिटाया जा रहा है। सरकार ने कालीबाई भील और मानगढ़ धाम के शहीदों के बलिदान को पाठ्यक्रम से हटा दिया है। भाजपा सरकार के मंत्री आदिवासियों के DNA की जांच करवा रहे हैं।

अतिवृष्टि से हुए फ़सल ख़राबे के बाद किसान अपने बीमा और मुआवज़े के हक के लिए सड़कों पर धरने देने को मजबूर हैं। सूरतगढ़ क्षेत्र में किसान 230 करोड़ रुपये के बीमा क्लेम के लिए धरने पर बैठे हैं। श्रीगंगानगर, झालावाड़, डूंगरपुर हर जगह किसान सड़कों पर है। प्रदेशभर में डीएपी खाद की किल्लत है, मुख्यमंत्री के गृह जिले में 50,000 कट्टों की मांग पर महज 2,500 कट्टों की आपूर्ति ही की गई है। बाजरे की MSP पर खरीद की गारंटी भी जुमला बनकर रह गई है, किसानों को प्रति क्विंटल ₹600 का नुकसान हो रहा है। प्रदेशभर में 1.90 लाख बेरोजगार भत्ते के लिए तरस रहे हैं, करीब 6 महीने से बेरोजगारी भत्ते का भुगतान नहीं किया गया है।

कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, बेटियां हर दिन हैवानियत का शिकार हो रही हैं। भाजपा के कुशासन में इस साल जुलाई तक 7 महीने में 1045 नाबालिग बच्चियों के साथ दरिंदगी हुई है। जो 2023 की तुलना में पिछले 2 वर्ष में प्रदेश में 10.35 % अधिक है। नाबालिगों के पॉक्सो एक्ट के मामलों में भी रिकॉर्ड 57.17 % की वृद्धि हुई है। 8 महीने में पुलिस की कस्टडी में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

बजरी-खनन माफियाओं का राज चल रहा है, सरकार के मंत्री के मुताबिक हर दिन 8 करोड़ की बजरी चोरी की जा रही है। पिछले साल 2024 में बजरी खनन माफियाओं के 93 हमलों में 311 पुलिसकर्मियों और अधिकारियो की पिटाई की गई है। जो शर्मनाक है।

शिक्षा विभाग में शिक्षकों से लेकर प्रशासनिक पद तक करीब 1 लाख 22 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, जिनसे लाखों बच्चों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। भाजपा सरकार ने लैपटॉप योजना, पद्माक्षी पुरस्कार, विवेकानंद छात्रवृत्ति और शिक्षक सम्मान के बाद सरकार ने निशुल्क यूनिफॉर्म योजना में कटौती कर सामान्य व OBC वर्ग के करीब 15 लाख बच्चों को नि:शुल्क यूनिफॉर्म योजना से बाहर कर दिया। द्वेषता और जाति के आधार पर ट्रांसफर किए जा रहे हैं।

हरियाणा और गुजरात के बराबर पेट्रोल-डीजल के दाम करने वाली ये आपकी गारंटी भी जुमला साबित हुई है। आज भी पड़ोसी राज्यों से राजस्थान में पेट्रोल 10 रुपए मंहगा मिल रहा है। सरकार ने दूध के बाद घी के 10 रुपए लीटर तक दाम बढ़ा दिए हैं।

करोड़ों के भ्रष्टाचार से लाए गए स्मार्ट मीटर का प्रदेशभर में विरोध हो रहा है। बार-बार बिजली के दाम बढ़ाकर जनता की जेब काटी जा रही है। कांग्रेस सरकार में मिलने वाली सरचार्ज की छूट को बंद कर दिया गया है। लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, पंचायत और निकाय चुनाव 1 साल से लंबित है, जिसे सरकार बार-बार टाल रही है।

उदयपुर के जिस कन्हैयालाल हत्याकांड के नाम पर आपने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ा और चुनाव में वोट मांगे, उनका परिवार आज भी न्याय की उम्मीद कर रहा है। आपकी केंद्रीय एजेंसी NIA की कमजोर पैरवी के कारण दोषियों को सज़ा नहीं मिली पाई।

भाजपा के कुशासन की काली तस्वीर ये है कि छात्र तबादलों और सरकार की अन्यायपूर्ण नीतियों के खिलाफ आंदोलित हैं, डॉक्टर अपनी जायज़ मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं, ओपीडी का बहिष्कार कर रहे हैं, इलाज़ की कमी से अधिकारी मर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाएं ICU में पड़ी है।

सरकार के कुशासन के प्रति हर तरफ आक्रोश फैला हुआ है, लेकिन गूंगी-बहरी भाजपा सरकार जनता की आवाज़ सुनने के बजाय सत्ता मद में और भ्रष्टाचार की राजनीति में डूबी हुई है। सच तो यह है कि भाजपा राज में राजस्थान की पहचान असुरक्षित शहर, शैक्षिक विफलता, भ्रष्टाचार और चरमराई कानून व्यवस्था के रूप में बनती जा रही है।


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