पुलिस के अनुसार दिनांक 26 अप्रैल को चूला निवासी मोहित कुमार ने रिपोर्ट दी थी कि गांव में लगे मेले के दौरान कहासुनी के बाद कुछ युवकों ने उसके व परिजनों के साथ मारपीट की। बात यहीं नहीं रुकी पीड़ित जब घर लौटा तो कुछ ही देर में बाइक सवार आरोपी पहुंचे और घर में घुसकर बुजुर्गों व महिलाओं के साथ मारपीट की। इस हमले में पीड़ित के ताऊ का पैर टूट गया तथा घर के बाहर खड़ी बाइकों और दरवाजों में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण में मामला दर्ज किया।
पुलिस कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक जयपुर रेंज अजयपाल लाम्बा एवं जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा एवं वृत्ताधिकारी दशरथसिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी प्रकाश सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, मेडिकल रिपोर्ट जुटाई गई और तकनीकी विश्लेषण से आरोपियों की पहचान कर तलाश शुरू की गई। सभी आरोपी वारदात के बाद इलाके में छिपते-छिपाते घूम रहे थे और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहे थे। लेकिन पुलिस टीम की सटीक रणनीति के चलते एक महीने से फरार चारों वांछित आरोपियों बहादुर पुत्र रतनलाल मेधवाल (30 वर्ष) निवासी चूला, जितेन्द्र पुत्र बनवारीलाल मेघवाल (33 वर्ष) निवासी चूला, दयाराम पुत्र सूरजभान मेधवाल (40 वर्ष) निवासी चूला व उपेन्द्र पुत्र सूरजभान मेधवाल (45 वर्ष) निवासी चूला, थाना हरसौरा को गिरफ्तार कर लिया गया। चारों आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।