यादव मंगलवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग मुख्यालय ‘निर्माण भवन’ में विभाग के मुख्य अभियंताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। राजमार्गों पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रोजेक्ट की डिजाइन तैयार करते समय सुरक्षा मापदंडों का पूरा ध्यान रखा जाए।
यादव ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। इसी कारण राज्य को इस योजना में केन्द्र से प्रोत्साहन राशि भी मिलती आ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क तंत्र को पूर्ण रूप से विकसित करने की दिशा में काम हो ताकि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में मदद मिल सके।
उन्होंने कहा कि बजट घोषणा के अनुसार सड़क से बिना जुड़े गांवों को डामर सड़क से जोडऩे के लिए 500 से अधिक आबादी वाले राजस्व गांवों का सर्वे कराया जाए। साथ ही डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट जैसी योजनाओं में सड़क विकास की संभावनाओं को देखते हुए शेष बचे गांवों को सड़कों से जोडऩे की कार्ययोजना बनाई जाए।
यादव ने बैठक में विभागीय योजनाओं का प्रजेंटेशन देखा और योजनावार समीक्षा की। मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव संजीव माथुर ने रोड, सुबोध मलिक ने पीएमजीएसवाई तथा डी.आर.मेघवाल ने राष्ट्रीय राजमार्गों की परियोजनाओं पर प्रजेंटेशन दिया। इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी के शासन सचिव चिन्न हरी मीणा एवं विभिन्न अधीक्षण अभियंता भी उपस्थित थे।