नियम का फायदा ऐसे यात्रियों को होगा जिन्हाेंने तत्काल टिकट कराया हाे। लेकिन बाद में ट्रेन लेट होने या अन्य किसी कारण से उन्हें गंतव्य पर पहुंचने के लिए अन्य किसी विकल्प का सहारा लेना पड़ता है।
नए नियम के मुताबिक ट्रेन के प्रारंभिक स्टेशन पर तीन घंटे विलंब से आने पर, रूट डायवर्ट होने, बोर्डिंग स्टेशन से ट्रेन के नहीं जाने और कोच डैमेज होने या बुक टिकट वाली श्रेणी में यात्रा की सुविधा नहीं मिलने पर यात्री 100 प्रतिशत रिफंड ले सकेंगे।
यही नहीं यदि यात्री को लोअर श्रेणी में यात्रा की सुविधा मुहैया करायी जाती है तो रेलवे किराए के अंतर के साथ ही तत्काल का चार्ज भी लौटाएगी। तत्काल टिकट बुकिंग यात्रा से एक दिन पहले करानी पड़ती है।
इसमें एक पीएनआर पर अधिकतम चार यात्रियों की ही टिकट बुकिंग हो सकती है। तत्काल टिकट की बुकिंग के लिए आपको सामान्य किराया के अलावा तत्काल टिकट शुल्क का भी भुगतान करना पड़ता है।
ट्रेन के कोच पर बंद होंगे प्रिंटेड आरक्षण चार्ट
देश भर के रेलवे स्टेशनों पर जल्द ही ट्रेन के कोच पर लगने वाले प्रिंटेड आरक्षण चार्ट नजर नहीं आएंगे। रेलवे बोर्ड नेप्रमुख स्टेशनों पर डिजिटल डिसप्ले से आरक्षण की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय किया है।
देश भर के रेलवे स्टेशनों पर जल्द ही ट्रेन के कोच पर लगने वाले प्रिंटेड आरक्षण चार्ट नजर नहीं आएंगे। रेलवे बोर्ड नेप्रमुख स्टेशनों पर डिजिटल डिसप्ले से आरक्षण की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय किया है।
इसकी शुरूआत दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, मुंबई सेंट्रल, चैन्नई सेंट्रल, हावड़ा और सियालदाह स्टेशन पर परीक्षण आधार पर पायलट प्रोजेक्ट्स से की जाएगी। इनमें सफल रहने पर इसी साल 1 मार्च से देश भर के एवन, ए और बी श्रेणी के स्टेशनों पर डिजिटल डिस्प्ले आरक्षण चार्ट का शुरू कर दिया जाएगा।
इसके तहत राजस्थान में 37 स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू होगी। प्रदेश में एवन श्रेणी के जयपुर , जोधपुर और अजमेर स्टेशन हैं। जबकि ए श्रेणी के 22 और बी श्रेणी के 12 स्टेशन हैं। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए एक कॉमर्शियल सर्कुलर जारी किया है।