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राजस्थान बजट: गहलोत सरकार की सेहत को लेकर 12 बड़ी घोषणाएं

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को राजस्थान विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किया।

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जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को राजस्थान विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किया। करीब 1 घंटे 42 मिनट के बजट भाषण में गहलोत ने कई बड़ी घोषणाएं की। गहलोत ने अपने बजट भाषण की शुरुआत शेर के साथ की, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार पर चुटकी ली।

''नोटबंदी से बर्बादी पर बोलते नहीं
जीएसटी के झटकों पर मुंह खोलते नहीं
उनके आंकड़े दिखाते हैं उन्हें आईना
वो फिर भी मुकरकर सच को तोलते नहीं''

अशोक गहलोत ने बजट में 7 संकल्पों का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए राजस्थान एक परिवार की तरह है और इस परिवार के लिए मैं सात संकल्पों को इस बजट की प्राथमिकताएं बनाना चाहता हूं।

सात संकल्प
पहला संकल्प- निरोगी राजस्थान
दूसरा संकल्प - संपन्न किसान
तीसरा संकल्प- महिला, बाल और वृद्ध कल्याण
चौथा संकल्प - सक्षम मजदूर, छात्र, युवा, जवान
पांचवां संकल्प - शिक्षा का परिधान
छठा संकल्प - पानी, बिजली और हितों का मान
सातवां संकल्प - कौशल एवं तकनीकी प्रधान

स्वास्थ्य को लेकर घोषणाएं
1. बजट में चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी विभागों के लिए 14 हजार 533 करोड़ 37 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।

2. निरोगी राजस्थान अभियान से बीमारियों की रोकथाम का प्रयास किया जाएगा। इस अभियान को गति प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपए के निरोगी राजस्थान प्रबंधन कोष के गठन की घोषणा।

3. निरोगी राजस्थान प्रबंधन कोष के उपयोग के लिए दिशा निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। साथ ही इस कोष में से प्रत्येक जिले को 1 करोड़ अभियान, प्रबंधन, प्रचार, प्रसार, घोषणा आदी के लिए दिए जाएंगे।

4. मिलावटखोरों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए एक ऑथेरिटी के गठन की घोषणा की गई है। ताकी शुद्ध के लिए युद्ध अभियान सफलता से चलाया जा सके। मिलावटी प्रदार्थों की जांच के लिए प्रत्येक जिले में एक लैब का गठन किया जाएगा। जिसमें नमूनों की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन दी जाएगी। साथ ही मिलावट खोरों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए अलग से फास्टट्रैक कोर्ट का गठन किया जाएगा।

5. पीपाड़ सिटी और फलौदी के राजकीय अस्पताल को जिला चिकित्सालय का दर्जा दिया जाएगा। राजकीय चिकित्सालय औसियां में मदल एवं चाइल्ड केयर सेंटर खोला जाएगा। साथ सांचोर जिला जालोर, तारानगर चूरू, सोजत जिला पाली, लोहावट बालेसर और भोपालगढ़ जिला जोधपुर के राजकीय अस्पतालों में ट्रोमा सेंटर खोले जाएंगे।

6. कैंसर की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए कैंसर रजिस्ट्री सिस्टम शुरू किया जाएगा। इसमें राजकीय एवं निजी अस्पतालों में कैंसर रोगियों का पंजीयन अनिवार्य होगा। जिससे भविष्य में कैंसर रोगियों को इलाज हेतु तुरंत मार्गदर्शन मिल सकेगा।

7. राज्य में हां भी पीपीडी मोड संभव होगा। वहां के जिला अस्पतालों में एकआरआई और सिटी स्कैन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जयपुर, जोधपुर और बाकानेर में कैंसर की जांच हेतु पेट सिटी स्केन मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य के 150 चिकित्सा संस्थानों में डेंटल चेयर विद एक्सरे मशीन की स्थापना की जाएगी।

8. एसएमएस अस्पताल में वर्तमान कॉटेज वार्ड के स्थान पर नया आईपीडी बनाया जाएगा। जिसमें कॉटेज वार्ड के साथ सामान्य वार्ड की स्थापना भी की जाएगी। इकसे अलावा एसएमएस अस्पताल में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग बनेगा।

9. जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में पिडियाट्रिक कैथलैब की स्थापना की जाएगी। ओपीडी ब्लॉक के शेष फ्लोर का निर्माण किया जाएगा। 30-30 बेड के चार नए वार्ड खोले जाएंगे। इसके अलावा यहां क्षेत्रीय कैंसर सेंटर का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।

10. छह नए स्वीकृत मेडिकल कॉलेजों के लिए भूमि आवंटन की जाएगी।

11. अजमेर, जोधपुर में होम्योपैथिक महाविद्यालय की घोषणा

12. सीकर जिला मुख्यालय पर 50 बैड का एकीकृत आयुष चिकित्सालय की स्थापना की जाएगी।