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भाजपा ने उप चुनाव को लेकर बनाया यह प्लान, अशोक परनामी का दावा रिकॉर्ड मतों से होगी जीत

उप चुनाव की घोषणा के साथ ही भाजपा ने चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है।

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जयपुर। उप चुनाव की घोषणा के साथ ही भाजपा ने चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। संगठन ने तय किया है कि जिस तरह से धौलपुर में सत्ता और संगठन ने मिलकर चुनाव लड़ा था, ठीक उसी तर्ज पर इन तीनों सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा।

इस संबंध में शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय पर अहम बैठक हुई। जिसमें प्रदेश पदाधिकारी, संगठन प्रभारी, जिलाध्यक्षों के साथ उपचुनाव वाले क्षेत्रों के विधायक, प्रभारी मंत्री भी शामिल हुए। उप चुनाव वाले तीनों क्षेत्रों में मतदान होने तक भाजपा के संगठन प्रभारी एवं मंत्री प्रभारी एक सप्ताह में पांच दिन आवंटित विधानसभा क्षेत्र में रहेंगे।

अजमेर एवं अलवर लोकसभा क्षेत्र एवं मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 29 जनवरी को उप चुनाव होगा। उप चुनाव वाली सीटों से करीब 17 विधानसभा क्षेत्र जुड़े है। ऐसे भाजपा ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मंत्री और एक संगठन पदाधिकारी को प्रभारी लगाया गया है। बैठक में सह प्रभारी वी. सतीश, प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी , संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा सहित कई आला नेता मौजूद रहे।

भाजपा के पक्ष में बनाएंगे माहौल
इस दौरान वे बूथ एवं मंडल कार्यकारिणी के साथ बैठक करके भाजपा के पक्ष में माहौल बनाएं। प्रभारी मंत्री और संगठन पदाधिकारी सप्ताह के शेष दो दिन में अपने खुद के विधानसभा क्षेत्र में काम करें। परनामी ने दावा किया कि भाजपा धौलपुर की तरह ये तीनों उप चुनाव भी रिकॉर्ड वोट से जीतेगी।

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मोदी की सभा के लिए तीन लाख का लक्ष्य
भाजपा प्रदेशध्यक्ष अशोक परनामी ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 14 जनवरी को रिफाइनरी के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर भी चर्चा की गई। इसमें तीन लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। सर्वाधिक जोर जोधपुर संभाग पर रहेगा।

आचार-संहिता का उल्लंघन नहीं किया
पूर्व सीएम अशोक गहलोत के आचार-संहिता के उल्लंघन के आरोप पर परनामी ने कहा कि हम रुलिंग पार्टी है, आचार-संहिता का उल्लंघन नहीं कर सकते। इस तरह के आरोप गलत हैं।

तब शर्मा ने क्यों नहीं दिया इस्तीफा
विधायक राजकुमार शर्मा के इस्तीफे पर परनामी ने कहा कि हम मानते हैं चिकित्सकों की हड़ताल का तरीका गलत था, लेकिन शर्मा के स्वास्थ्य मंत्री रहते समय 2011 में भी चिकित्सकों की हड़ताल हुई थी, तब उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया।

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