15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan: नंबर प्लेट क्लोनिंग; एक नंबर के दो वाहन सड़क पर दौड़ रहे, चालान मिले तो असली मालिक हैरान

जयपुर शहर में एक ही नंबर के दो वाहन दौड़ रहे हैं। दरअसल, चालान से बचने के लिए वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाई जा रही हैं तो किसी ने वीआइपी नंबर लेने के लिए फर्जी तरीके से आरटीओ से नंबर जारी करा लिया।

2 min read
Google source verification

जयपुर में एक रजिस्ट्रेशन नंबर के दो वाहन, पत्रिका फोटो

जयपुर। आपके वाहन का नंबर अगर किसी दूसरे वाहन पर दिख जाए तो चौंकना लाजिमी है। जयपुर में वाहन चालक कुछ ऐसे ही हैरान हो रहे हैं। जयपुर शहर में एक ही नंबर के दो वाहन दौड़ रहे हैं। दरअसल, चालान से बचने के लिए वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाई जा रही हैं तो किसी ने वीआइपी नंबर लेने के लिए फर्जी तरीके से आरटीओ से नंबर जारी करा लिया। यातायात पुलिस की ओर से चालान आने पर असली वाहन मालिकों को फर्जीवाड़े का पता चल रहा है। अब पीड़ित आरटीओ से लेकर यातायात पुलिस के चक्कर लगा रहे हैं।

आरजे 45 सीडी 8764 के नंबर से चल रही दो कार

शहर में आरजे 45 सीडी 8764 से दो कार चल रही हैं। वाहन की असली मालिक रजत पथ निवासी मीना शर्मा है। पिछले दिनों उनके मोबाइल पर यातायात नियम तोड़ने का चालान आया। उन्होंने जांच की तो उसमें कार दूसरी निकली। इस संबंध में वाहन स्वामी ने यातायात पुलिस को शिकायत की है। शिकायत में बताया कि मेरी कार काली है, जबकि चालान में जिस कार का फोटो आया है वह दूसरी कार की है। इस वाहन पर जो नंबर प्लेट लगी है वह मेरी कार की है। उन्होंने फर्जी नंबर प्लेट लगाने का आरोप लगाया है।

कहीं ये कारण तो नहीं

दरअसल, शहरों और हाईवे पर मोबाइल से चालान किए जा रहे हैं। ऐसे में कई मामलों में देखा गया है कि जिन वाहन स्वामियों के पास चालान पहुंच रहे हैं, उनके वाहन उस रूट पर गए ही नहीं। ऐसे में सामने आ रहा है कि चालान से बचने के लिए फर्जी नंबर प्लेट लगाई जा रही है। वहीं, दूसरी ओर वारदात करने के लिए भी समाजकंटक फर्जी नंबर प्लेट लगा रहे हैं।

आरआरएल-193: बाइक-कार में एक ही नंबर

आरआरएल-193 नंबर से दो वाहन चल रहे हैं। यह नंबर पहले बाइक को जारी किया था। लेकिन वाहन मालिक की ओर से आरसी को सालों तक रिन्यू नहीं कराया गया। वीआइपी नंबर होने के कारण आरटीओ में कार्मिक और एजेंट्स ने फर्जीवाड़ा कर यह नंबर कार के नाम रजिस्ट्रेशन कर दिया। अब बाइक और कार दोनों मेें एक ही नंबर है। पिछले दिनों बाइक चालक ने ट्रैफिक लाइट पर कार पर अपने ही वाहन का नंबर देखा तो खुलासा हुआ। वाहन चालक की ओर से आरटीओ प्रथम के यहां शिकायत की गई है।

जिम्मेदार ये बोले…

एक नंबर के दो वाहन चलने की शिकायत आई है। दोनों मामलों को दिखवाया जा रहा है। किस स्तर पर फर्जीवाड़ा किया गया है, जांच में सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी। - राजेन्द्र सिंह शेखावत, आरटीओ प्रथम