
मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर 2023) में प्रदेश में 5,561 करोड़ की आमदनी पर खर्च 15,278 करोड़ तक बढ़ने से प्रति व्यति कर्ज करीब 78 हजार तक पहुंचा।
मतलब प्रदेश में कुल आम आदमी का खर्च 15,278 करोड़ बढ़ा लेकिन उसकी आमदनी मात्र 5,561 करोड़ ही बढ़ पाई। इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। दरअसल खर्चों की भरपाई के लिए पिछले साल से ज्यादा कर्ज लेने के कारण देनदारी 5 लाख 37 करोड़ से अधिक हो गई। जिससे प्रति व्यक्ति कर्ज करीब 78 हजार हो चुका है। बीते दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सितंबर तक की राजकीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) रिपोर्ट को मंजूरी दी। बता दें आपको यह उनकी पहली वित्तीय समीक्षा है।
खनन और परिवहन से बढ़ा राजस्व
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में खनन से 226 करोड़ और परिवहन से 316 करोड़ रुपए राजस्व में वृद्धि हुई, जिससे आर्थिक मजबूती मिली है।
शराब और पेट्रोलियम ने दिया झटका
वहीं शराब में 400 करोड़ और पेट्रोलियम से राजस्व 1100 करोड़ रुपए घटने से राजकोष को बड़ा झटका भी मिला है।
Published on:
19 Jan 2024 02:36 pm
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