8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का कार्यकाल पूरा, नए का इंतजार, तब तक पद पर बने रहेंगे

Rajasthan Governor Update : राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का कार्यकाल रविवार को पूरा हो गया है। राजस्थान के नए राज्यपाल पर अभी संशय है। कलराज मिश्र नई नियुक्ति या किसी को चार्ज मिलने तक पद पर बने रहेंगे।

2 min read
Google source verification
Rajasthan Governor Kalraj Mishra Term is Over he will remain in office until a New One is Appointed

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का कार्यकाल पूरा

Rajasthan Governor Update : राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का कार्यकाल रविवार को पूरा हो गया, लेकिन नया राज्यपाल नियुक्त होने या अन्य किसी को चार्ज देने तक वे पद पर बने रहेंगे। राजस्थान सहित 8 राज्यों में मौजूदा राज्यपाल का कार्यकाल पूरा हो गया, जहां के राज्यपाल को लेकर आने वाले दिनों में निर्णय होना है।

सितम्बर 2019 को बने राजस्थान के राज्यपाल

राज्यपाल कलराज मिश्र ने आचार्य देवव्रत के स्थान पर 22 जुलाई 2019 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का पदभार संभाला, देवव्रत को गुजरात का राज्यपाल बनाया गया। कलराज मिश्र ने 9 सितम्बर 2019 को राजस्थान में शपथ ली, उनका हिमाचल और राजस्थान दोनों जगह मिलाकर पांच साल का कार्यकाल रविवार को पूरा हो गया।

यह भी पढ़ें -

Good News : किसानों की बल्ले-बल्ले, अब खेतों की मेड़ से भी होगी एक लाख रुपए की कमाई

8 राज्यों के राज्यपालों की होनी है नियुक्ति

जुलाई 2019 में ही आनंदीबेन पटेल को उत्तरप्रदेश, रमेश बैस को त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया। बैस ने जुलाई 2021 में झारंखड संभाला और वे फरवरी 2023 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। जुलाई 2019 में ही फागु चौहान को बिहार और आर एन रवि को नगालैंड का राज्यपाल बनाया गया। चौहान फरवरी 2023 से मेघालय और रवि सितम्बर 2021 से तमिलनाडू के राज्यपाल हैं। इनके अलावा जुलाई 2019 में ही अनुसुइया उइके को छत्तीसगढ़ और बिस्वा भूषण हरिचंदन को आंध्रप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया, जिनमें से उइके फरवरी 2023 से मणिपुर में और उनके स्थान पर बिस्वा भूषण हरिचंदन छत्तीसगढ़ में राज्यपाल का पदभार संभाल रहे हैं।

ये है प्रावधान

कार्यकाल पहली नियुक्ति से पांच साल के लिए होता है और उनके स्थान पर नई नियुक्ति होने तक कार्यकाल जारी रहता है।

यह भी पढ़ें -

RSRTC : रोडवेज का दोहरा मापदंड, आधी महिला कर्मचारियों को नहीं मिल रहा चाइल्ड केयर लीव