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Rajasthan Politics: भाजपा-कांग्रेस में ‘वंशवाद’ हावी, ‘वारिसों’ को आगे बढ़ा रहे ये नेता, यहां देखें पूरी लिस्ट

Rajasthan News: राजस्थान से कुल 9 सांसद और 29 विधायक वंशवादी राजनीति से आते हैं।

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Congress-BJP

कांग्रेस-बीजेपी। फोटो: पत्रिका

जयपुर। राजस्थान से कुल 9 सांसद और 29 विधायक वंशवादी राजनीति से आते हैं। इनमें से भाजपा से 17 विधायक और 1 सांसद हैं। वहीं, कांग्रेस से 10 विधायक और 8 लोकसभा सदस्य वंशवादी राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं। इस सूची में एक-एक विधायक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी व निर्दलीय है।

यह बताता है कि प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने वंशवादी राजनीति की जड़ों को मजबूत बनाने का काम किया है। यहां भाजपा ने राज्य स्तर पर तो वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर वंशवाद को बढ़ाया।

भाजपा

1. किरोड़ीलाल मीणा, सवाई माधोपुर विधायक, कैबिनेट मंत्री भतीजा राजेंद्र मीणा विधायक और पत्नी गोलमा देवी पूर्व विधायक।
2. विश्वराज सिंह मेवाड़, नाथद्वारा विधायक इनकी पत्नी महिमा कुमारी मेवाड़ लोकसभा सांसद।
3. शैलेश सिंह, डीग कुम्हेर विधायक यह पूर्व विधायक व मंत्री दिगंबर सिंह के बेटे। ससुर विद्याधर सिंह कांग्रेस से विधायक।
4. सिद्धि कुमारी, बीकानेर विधायक, इनके दादा करणी सिंह पूर्व सांसद।
5. कृष्ण कुमार विश्नोई, गुड़ामालानी विधायक और राज्य मंत्री पूर्व विधायक लादूराम के बेटे।6. अंशुमन सिंह भाटी, विधायक पूर्व सांसद महेंद्र भाटी के बेटे, दादा देवी सिंह भाटी भी पूर्व विधायक।
7. कल्पना देवी, लाडपुरा विधायकपूर्व सांसद इज्यराज सिंह की पत्नी, ससुर बृजराज सिंह भी पूर्व सांसद।
8. जगत सिंह, नदबई विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री के नटवर सिंह के बेटे।
9. रामस्वरूप लांबा, नसीराबाद विधायकपूर्व सांसद सांवरलाल जाट के बेटे।
10. हेमंत मीणा, प्रतापगढ़ विधायक और राज्य मंत्री, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद नंदलाल मीणा के बेटे।
11. दीप्ति किरण माहेश्वरी, राजसमंद विधायक, पूर्व विधायक किरण माहेश्वरी की बेटी।
12. शांता अमृतलाल मीणा, सलूंबर विधायक, पूर्व विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी।
13. झाबर सिंह खर्रा, श्रीमाधोपुर विधायक व राज्य मंत्री, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री हरलाल सिंह खर्रा के बेटे।
14. दिया कुमारी, विद्याधरनगर-जयपुर विधायक और उप-मुख्यमंत्री, इनकी दादी गायत्री देवी पूर्व सांसद।
15. अरुण चौधरी, पचपदरा विधायक, पूर्व विधायक अमराराम चौधरी के बेटे।
16. मंजू शर्मा, जयपुर लोकसभा सांसद, पूर्व विधायक भंवरलाल शर्मा की बेटी।
17. गुरवीर सिंह, सादुलशहर विधायक, पूर्व विधायक गुरजंत सिंह बरार के पोते।
18. अतुल भंसाली, जोधपुर विधायक, पूर्व विधायक कैलाश भंसाली के भतीजे।

कांग्रेस

1. सोनिया गांधी, राज्यसभा सांसद, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहू। बेटा राहुल गांधी रायबरेली, उत्तर प्रदेश से लोकसभा सांसद और लोकसभा में विपक्ष का नेता, वहीं बेटी प्रियंका वाड्रा, लोकसभा सांसद व ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव, तीनों कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) सदस्य भी।
2. रणदीप सिंह सुरजेवाला, राज्य सभा सांसद, एआईसीसी महासचिव व सीडब्ल्यूसी सदस्य भी हैं, कांग्रेस के पुराने सिपाही शमशेर सिंह सुरजेवाला के बेटे, बेटा आदित्य सुरजेवाला कैथल हरियाणा से विधायक।
3. प्रमोद तिवारी, राज्यसभा सांसद, राज्यसभा के डिप्टी लीडर, 1980-2014 तक यूपी से पूर्व विधायक रहे, कांग्रेस विधायक दल नेता, बेटी आराधना मिश्रा मोना, रामपुर खास उत्तर प्रदेश से विधायक।
4. विरेंद्र सिंह, दांतारामगढ़ विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री नारायण सिंह के बेटे।
5. शोभारानी कुशवाह, धौलपुर विधायक, पूर्व विधायक बीएल कुशवाह की पत्नी।
6. रुपिंदर सिंह कूनर, करणपुर विधायक, पूर्व विधायक गुरमीत सिंह कूनेर की बेटी।
7. राहुल कस्वां, चुरू से लोकसभा सांसद, पूर्व सांसद राम सिंह कस्वां के बेटे, दादा दीप सिंह भी पूर्व सांसद।
8. बृजेंद्र सिंह ओला, झुंझुनूं सांसद, पूर्व सांसद व पूर्व विधायक शीशराम ओला के बेटे।
9. कुमारी रीता चौधरी, मंडावा विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री राम नारायण चौधरी की बेटी।
10. हरेंद्र मिर्धा, नागौर विधायक, पूर्व स्पीकर नाथूराम मिर्धा के बेटे, खुद इनका बेटा रघुवेंद्र मिर्धा भी राजनेता।
11. सुशीला रामेश्वर डूडी, नोखा विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी की पत्नी।
12. रोहित बोहरा, राजाखेड़ा-धौलपुर विधायक, पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह के बेटे।
13. मुकुल वासनिक, राज्यसभा सांसद, एआईसीसी महासचिव और सीडब्ल्यूसी सदस्य, पूर्व सांसद बालकृष्ण वासनिक के बेटे।
14. नीरज डांगी, राज्यसभा सांसद, पूर्व विधायक और राज्य मंत्री दिनेश डांगी के बेटे।
15. अनिल कुमार शर्मा, सरदारशहर विधायक, पूर्व विधायक भंवरलाल शर्मा के बेटे।
16. मनोज कुमार मेघवाल, सुजानगढ़ विधायक, पूर्व विधायक भंवरलाल मेघवाल के बेटे।
17. सचिन पायलट, टोंक विधायक, एआईसीसी महासचिव व सीडब्ल्यूसी सदस्य, पूर्व सांसद व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट के बेटे।
18. हरीश चंद्र मीणा, टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा सांसद, पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री नमो नारायण मीणा के भाई।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी

हनुमान बेनीवाल, नागौर लोकसभा सांसद पूर्व विधायक रामदेव बेनीवाल के बेटे, भाई नारायण बेनीवाल भी पूर्व विधायक।

निर्दलीय

प्रियंका चौधरी, बाड़मेर विधायक पूर्व विधायक और राज्य मंत्री गंगाराम चौधरी की पोती।

राजनीति मूल रूप से जनता की सेवा का कार्य: डोटासरा

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजनीति जनता की सेवा का कार्य है। कोई सच्चे मन से समाज सेवा की भावना लेकर आगे बढ़ता है, तो उसे जिम्मेदारी के योग्य मानना चाहिए। वर्तमान में देश में नेता और पार्टी में कहीं वंशवाद है तो वो भाजपा में है। कल तक भाजपा जिन के नाम पर कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाती थी, आज वो सारे नेता और राजनीतिक परिवार भाजपा में हैं। जहां तक बात कांग्रेस पार्टी की है तो कांग्रेस में जन आधार और जनता के बीच उपस्थिति से जिम्मेदारी देने का निर्णय तय किया जाता है।

परिवारवाद-वंशवाद की राजनीति ठीक नहीं: राठौड़

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि परिवारवाद या वंशवाद के आधार पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। जनहित में योग्यता के आधार पर ही जनप्रतिनिधि का चयन किया जाना चाहिए। जन सेवा के आधार पर ही राजनीति में प्रवेश होना ही लोकहित में है। वंशवाद या परिवारवाद के जरिए कोई निठल्ला राजनीति में आ जाए ये उचित नहीं है। हमारे यहां परिवारवाद और वंशवाद को ज़्यादा तवज्जो नहीं दी जाती। कोई योग्य है तो बात अलग है। हमारे यहां अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा किसी को नहीं पता।