7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rain: राजस्थान में बारिश का दर्दनाक मंजर… सेना आई तो लगा भगवान आ गए, प्रसूता बोली- ‘नहीं बचते मैं और मेरा बच्चा’

Rajasthan Rain: कोटा के निमोदा हरिजी की निवासी मधु ने बताया अगर सेना नहीं होती तो मैं और मेरा बच्चा जिंदा नहीं बचते। उन्होंने बताया, मुझे प्रसव पीड़ा हो रही थी। पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिरा था। हर तरफ अंधेरा और घबराहट थी।

3 min read
Google source verification

जयपुर

image

Kamal Mishra

Aug 26, 2025

Kota flood

बाढ़ के दौरान सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन (फोटो- पत्रिका)

जयपुर। आसमान से बरसती बूंदों के बीच नदी नालों में आया उफान अब कम हो गया है, लेकिन कोटा-बूंदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की आंखों से खौफ का मंजर ओझल नहीं हो पाया है। पत्रिका टीम सोमवार को यहां पहुंची तो 70 वर्षीय अनोखी बाई बोली, सेना के जवानों ने हमें बेटों से बढ़कर संभाला। मेरे लिए तो बेटों से बढ़कर सेना है।

बूंदी के पचीपला गांव निवासी अनोखी बाई अब तक उस रात को नहीं भूल पा रही जब पानी से भरे गांव के बीच उन्होंने रात टीले पर गुजारी। उन्हें जवानों ने रेस्क्यू कर बचाया।

प्रसूता बोली, नहीं बचते मैं और मेरा बच्चा

कोटा के निमोदा हरिजी की निवासी मधु ने बताया अगर सेना नहीं होती तो मैं और मेरा बच्चा जिंदा नहीं बचते। उन्होंने बताया, मुझे प्रसव पीड़ा हो रही थी। पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिरा था। हर तरफ अंधेरा और घबराहट थी। उस समय जवानों ने हमें रेस्क्यू किया। मुझे कोटा अस्पताल पहुंचाया। जहां 24 अगस्त को बेटे को जन्म दिया। ऐसी ही स्थिति पचीपला गांव की पूजा शर्मा की है। गर्भवती पूजा ने क्षतिग्रस्त मकान में रात पानी के बीच अंधेरे में गुजारी। सुबह सेना के जवानों ने पूजा को नाव से बाहर निकाला।

पानी चढ़ने लगा, तो लगा मौत सामने खड़ी

कोटा जिले के दीगोद उपखंड के निमोदा हरिजी के लोग सेना के जवानों के बड़े शुक्रगुजार हैं। वे कहते हैं सेना नहीं आती, तो हम जिंदा नहीं बचते। गांव के मुरली प्रजापति कहते हैं पानी तेजी से चढ़ने लगा तो ऐसा लगा कि मौत सामने खड़ी है। लेकिन जैसे ही सेना गांव में पहुंची, हमें लगा मानो भगवान खुद हमें बचाने आए हों।

नागौर में 7, जालोर में 6 इंच बारिश

प्रदेश में भारी बारिश के अलर्ट के बीच अधिकांश इलाकों में बरसात नहीं होने से आमजन ने राहत की सांस ली है। राज्य में सोमवार को उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और सीकर में भारी वर्षा हुई, जिससे अधिकांश नदी-नालों में उफान गया। राजस्थान में बीते 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश नागौर में करीब 6.92 इंच बारिश हुई। जालोर में 6.28 इंच बारिश हुई।

सीकर में टूटा बांध

सीकर में बारिश के बाद नानी बांध टूट गया, जिससे पानी जयपुर बीकानेर राजमार्ग पर आ गया और यातायात बंद हो गया। जयपुर जिले के फागी और चाकसू में बचाव कार्य जारी रहा। मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार आगामी चार दिन राज्य में मध्यम से भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।

गड्ढे में डूबने से मासूम की मौत

कोटपूतली-बहरोड़ जिले के माधोसिंहपुरा गांव में पांच साल के मासूम लक्की की बारिश के पानी से भरे गड्‌ढे में डूबने से मौत हो गई। मृतक के पिता बिहार निवासी भीमसिंह करीब 10 दिन पहले ही रोजगार की तलाश में यहां आए थे।

सिरोही में गाड़ी बही

सिरोही में मौजूद जाखर नदी में चालक सहित एक कार बह गई। लोगों ने क्रेन की मदद से कार चालक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। फिलहाल, राजस्थान के कई जिलों में अभी बाढ़ का असर पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।