
,,
जयपुर। Rajasthan Road Accident - एक बार फिर बजरी माफिया ( Illegal sand mining ) ने दो परिवारों की खुशियां छीन ली। शादी के खुशी के माहौल को मातम में बदल दिया। जयपुर सीकर हाईवे पर बजरी से भरे ट्रोले ने तेज रफ्तार में अचानक ब्रेक लगा दिए। इससे उसके पीछे चल रही कार उसमें जा घुसी। हादसे में नवविवाहित दूल्हे की मौत हो गई, जबकि दुल्हन सहित 4 लोग घायल हो गए।
आरटीओ टीम ने नहीं की मदद
हादसे के बाद चालक ट्रोला छोड़कर भाग निकला। हादसा देखकर ट्रोले का पीछा कर रही आरटीओ की टीम भी रुकने की बजाय वहां से चलती बनी और घायलों की मदद तक नहीं की। दूल्हे की मौत के बाद परिजनों ने सड़क पर जाम लगा दिया। अधिकारियों ने समझाइश कर जाम खुलवाया।
जीजा और बहनें भी घायल
पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 9 बजे नायन अमरसर निवासी अजय कुमार (32) पुत्र गोकुल मीणा अजमेर के रामगंज से शादी के बाद दुल्हन को लेकर लौट रहा था। उसके साथ कार में जीजा व दो बहनें रितु और पिंकी भी सवार थीं। हाईवे के जैतपुरा के पास आगे चल रहे बजरी से भरे ट्रोले ने अचानक ब्रेक लगा दिए।
ट्रोला चालक के खिलाफ मामला दर्ज
इससे कार बेकाबू होकर ट्रोले में जा घुसी ( Road Accident In Rajasthan) । पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया, वहीं इस संबंध में परिजनों ने ट्रोला चालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
दूल्हा अध्यापक और दुल्हन कोर्ट में एलडीसी
जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया कि मृतक अजय कुमार बाड़मेर में सैकेंड ग्रेड अध्यापक के रूप में कार्यरत था, वहीं दुल्हन सुनीता (28) पुत्री ओमप्रकाश अजमेर कोर्ट में एलडीसी के पद पर तैनात है। शादी मंगलवार को ही हुई थी और विदाई होने के बाद घर लौटते समय जैतपुरा के पास हादसा हो गया।
रोड नंबर 14 से पीछा कर रहा था आरटीओ
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार बजरी से भरे ट्रोले को आरटीओ ने रोड नंबर चौदह विश्वकर्मा में रुकवाने का प्रयास किया था, लेकिन चालक ट्रोला लेकर भाग निकला। वहीं से आरटीओ ट्रोले का पीछा कर रहा था। इसके चलते तेजी से ट्रोले को दौड़ाते समय रास्ते में कई वाहन चालक उसकी चपेट में आते-आते बचे। लेकिन जैतपुरा में चालक ने सामने वाहनों की भीड़ देखकर अचानक ब्रेक लगा दिए।
मातम में बदल गया खुशियों का घर
हादसे की सूचना मिलते ही खुशियां मातम में बदल गई और घर में चीख-पुकार मच गई। पूरा गांव मृतक के घर पर एकत्रित हो गया और ग्रामीण परिजनों को सांत्वना दिलाते रहे। अजय का शव घर पहुंचा तो परिजनों को संभालना मुश्किल हो गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों की बिगड़ती हालत के चलते डॉक्टरों की टीम भी मृतक के घर दिन भर रही।
ये खबरें भी जरूर पढ़ें
Updated on:
27 Jun 2019 10:44 am
Published on:
27 Jun 2019 10:43 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
