
फाइल फोटो
जयपुर। बंगाल की खाड़ी के पास नया दबाव क्षेत्र बनने से मानसून बारिश का थमा हुआ चक्र दोबारा शुरू होगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे के दौरान मानसूनी गतिविधियों में फिर तेजी आने लगेगी। मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश कुछ जिलो में भारी बारिश के संकेत है। गौरतलब है कि प्रदेश में दो सप्ताह से मौसम शुष्क बना हुआ है।
आगे क्या
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार 20-21 अगस्त को पूर्वी तथा 21-22 अगस्त को पश्चिमी राजस्थान में बरसात की संभावना है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार 17-18 अगस्त को भी पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में बरसात हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार 17 व 18 अगस्त को कोटा, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तोडगढ़़, उदयपुर, झालावाड़ व टोंक में बरसात हो सकती है। जबकि मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बरसात की गतिविधियां 18 अगस्त से शुरू होगी। 18 को करौली, सवाईमाधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तोडगढ़़, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर व बांसवाड़ा तथा पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर व पाली जिलों में एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन व हल्की बरसात के साथ बिजली चमक सकती है। जबकि डूंगरपुर व बांसवाड़ा जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात की संभावना है।
19 अगस्त को अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तोडगढ़़, धोलपुर, दौसा, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमन्द, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक व उदयपुर जिलों तथा पश्चिमी राजस्थान के हनुमानगढ, श्रीगंगानगर, चूरू, नागौर व पाली में में एक दो स्थानों पर मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली देखने को मिल सकती है। इनमें कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तोडगढ़़, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर व बांसवाड़ा में एक दो स्थानों पर भारी बारिश के संकेत है।
Published on:
16 Aug 2021 08:25 pm
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