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Jaipur Foot Overbridges : जयपुर में व्यस्त इलाकों में बने फुट ओवरब्रिज उपेक्षा के शिकार, जनता है परेशान

Jaipur Foot Overbridges : जयपुर के व्यस्त इलाकों में बने फुट ओवरब्रिज उपेक्षा का शिकार हैं। इस वजह से आम जनता के लिए खतरा बढ़ गया है। तेज रफ्तार वाहनों के बीच रोड क्रॉस करना हादसों को दावत देने के सामान है।

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Jaipur busy areas Foot Overbridges are neglected causing inconvenience to public

फोटो पत्रिका

Jaipur Foot Overbridges : जयपुर के व्यस्त इलाकों में बने फुट ओवरब्रिज उपेक्षा का शिकार हैं। कलेक्ट्रेट सर्कल, नारायण सिंह सर्कल और टोंक रोड पर स्थित ये फुट ओवरब्रिज पैदल यात्रियों के लिए बनाए गए थे, लेकिन अब इनकी हालत बहुत खराब है। कलेक्ट्रेट सर्कल का फुट ओवरब्रिज काम कर रहा है, पर नारायण सिंह सर्कल और टोंक रोड के फुट ओवरब्रिज बीते 4 साल से बंद हैं। इस वजह से आम जनता के लिए खतरा बढ़ गया है। तेज रफ्तार वाहनों के बीच रोड क्रॉस करना हादसों को दावत देने के सामान है।

इस्तेमाल से डरती है आम जनता

इन फुट ओवरब्रिज का निर्माण जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने साल 2006 में 10 करोड़ रुपए की लागत से बनवाया है। साल 2017 में इन्हें जयपुर नगर निगम (जेएमसी) को सौंप दिया गया। तब से रखरखाव की कमी की वजह से इनकी हालत लगातार खराब होती जा रही है। एस्केलेटर खराब हो गए हैं, पुलों पर गंदगी और बदबू फैली हुई है। आम जनता इनके इस्तेमाल से डरती है।

टोंक रोड पर पुल के दोनों तरफ लगाए गए हैं बैरिकेड्स

टोंक रोड पर स्थित पुल के दोनों तरफ बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। सहकार मार्ग क्रॉसिंग बंद होने के बाद पैदल यात्री फ्लाईओवर से गुजरने को मजबूर हैं। यहां तेज गाड़ियां चलती हैं, जिससे दुर्घटना का डर हमेशा बना रहता है।

पुल पर कबूतरों ने बनाया बसेरा, फैल रही है गंदगी

इसी तरह नारायण सिंह सर्कल पर रामबाग सर्कल से जुड़े पुल का एक हिस्सा पिछले 3 माह से बंद है। वहां तैनात गार्ड ने बताया कि रखरखाव के नाम पर तीन माह से गेट बंद किया गया, पर अभी तक कोई काम शुरू नहीं हुआ। एस्केलेटर नही चल रहा है। मौजदा वक्त में पुल पर कबूतरों का बसेरा हो गया है। जगह-जगह गंदगी फैल गई है। इस साल जून में जब नारायण सिंह सर्कल से बस स्टॉप हटाया गया, तब जेडीए ने पुल को इंडिया गेट तिराहे पर शिफ्ट करने की बात कही थी। पर अभी तक कोई काम शुरू नहीं हुआ है।

दूसरे अधिकारी के क्षेत्र में आता है - अभियंता महेश मिश्रा

जब रखरखाव के बारे में पूछा गया तो जेएमसी के कार्यकारी अभियंता महेश मिश्रा ने कहा कि यह मामला दूसरे अधिकारी के क्षेत्र में आता है। लाइटिंग विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप शर्मा ने बताया कि पुलों को निजी कंपनी को सौंपने के लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं। इसके बाद जेएमसी की जिम्मेदारी खत्म हो जाएगी।

जल्द से जल्द इन पुलों की मरम्मत करवाएं अधिकारी

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे पुलों का रखरखाव समय पर न होने से सरकारी पैसा बर्बाद होता है। लोगों की जान जोखिम में पड़ती है। जयपुर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में पैदल यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सबसे जरूरी है। अधिकारियों को जल्द से जल्द इन पुलों की मरम्मत करवानी चाहिए या नए विकल्प तलाशने चाहिए, ताकि हादसे न हों। यह मुद्दा न केवल ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़ा है, बल्कि शहर की सुरक्षा और स्वच्छता से भी संबंधित है।

शहर के ये खतरनाक 10 क्रॉसिंग

1- जेएलएन मार्ग पर ओटीएस चौराहा और मालवीय नगर पुलिया।
2- महल रोड पर खाटू श्याम सर्कल।
3- रामबाग सर्कल।
4- जेडीए सर्कल और मोती डूंगरी सर्कल।
5- राजस्थान विश्वविद्यालय के आस-पास।
6- वैशाली नगर में आम्रपाली सर्कल।
7- अपेक्स सर्कल, मालवीय नगर।
8- इंडिया गेट, टोंक रोड।
9-एसएमएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बीच।
10- गोविंद मार्ग।