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Rajasthan Monsoon: मानसून की रफ्तार पर क्यों लगा ब्रेक? कब होगी राजस्थान में एंट्री, ये बड़ा कारण आया सामने

मध्यप्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से दक्षिण पश्चिमी मानसून की एंट्री फिलहाल एक दो दिन तक टल गई है ऐसे में राजस्थान में भी मानसून के तय वक्त से पहले आने की उम्मीदों पर संकट मंडराने लगा है।

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राजस्थान में बारिश का दौर सक्रिय, पत्रिका फोटो

राजस्थान में आगामी 25 जून से पहले ही दक्षिण पश्चिमी मानसून की एंट्री होने वाली है। बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के असर से प्रदेश के कई शहरों में रविवार को मेघ जमकर मेहरबान हुए। पिछले सप्ताह तक राजस्थान में हीटवेव के असर से लोग बेचैन रहे तो इस सप्ताह प्रदेश के कई शहरों में तेज अंधड़ चलने और मानसून पूर्व बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जताया है। मध्यप्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से दक्षिण पश्चिमी मानसून की एंट्री फिलहाल एक दो दिन तक टल गई है ऐसे में राजस्थान में भी मानसून के तय वक्त से पहले आने की उम्मीदों पर संकट मंडराने लगा है।

एमपी के नजदीक मानसून ट्रफलाइन

मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिमी मानसून ट्रफलाइन पूर्वी मध्यप्रदेश के नजदीक से होकर गुजर रही है। मध्यप्रदेश में मानसून प्रवेश की सामान्य तिथि 15 जून है लेकिन बंगाल की खाड़ी में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते राज्य में मानसून की एंट्री नहीं हो सकी है। मौसम विज्ञानियों ने अब अगले एक दो दिन में मानसून का प्रवेश होने ओर कई इलाकों में भारी बारिश होने के संकेत दिए हैं। विभाग के अनुसार, मानसून अगर छत्तीसगढ़ से आगे बढ़ा तो छिंदवाड़ा और यदि महाराष्ट्र की तरफ से आगे बढ़ा तो बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर होते हुए प्रदेश में आगे बढ़ेगा।

25 जून से पहले मानसून की दस्तक!

मौसम विज्ञानियों के आकलन के अनुसार राजस्थान में हर साल बांसवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर जिलों से होकर दक्षिण पश्चिमी मानसून की एंट्री होती है। सामान्यतया 25 जून तक प्रदेश में मानसून दस्तक देता है और 5 जुलाई तक पूरे प्रदेशभर में मानसून सक्रिय होता है। वहीं इस वर्ष प्रदेश में 25 जून से पहले ही मानसून की दस्तक होने की प्रबल संभावना बन रही है। माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश में एंट्री लेने के बाद मानसून तेजी से राजस्थान की ओर बढ़ेगा।

इन जिलों में सर्वाधिक बारिश संभव

राजस्थान में मानसून की एंट्री वाले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, उदयपुर जिले से इस बार एंट्री लेने के बाद मानसून सर्वाधिक मेहरबान रहने वाला है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस साल प्रदेश के दक्षिण पूर्व और पश्चिम के धौलपुर, करौली और भरतपुर के कुछ भागों में मानसून का ठहराव थोड़ा ज्यादा रहने की संभावना है। विंड पैटर्न में हो रहे बदलाव से भी प्रदेश के उत्तरी भागों में मानसून की सक्रियता इस साल थोड़ी देर से होने की आशंका है। ऐसे में प्रदेश के उत्तर पूर्वी भागों को कवर करने में भी देरी होने के आसार हैं।

इन शहरों में आज भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने सोमवार को डूंगरपुर, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली, श्रीगंगानगर जिले में भारी बारिश होने और कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश के अन्य शहरों में भी आगामी 18 जून तक हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।

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