8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ramjal Setu Project: ईसरदा से रामगढ़ बांध तक 104 किमी पाइपलाइन का सर्वे पूरा, तीन साल में पूरा होगा सपना

Isarda Dam: रामगढ़ बांध को फिर मिलेगा जीवन: 1915 करोड़ की ‘रामजल सेतु परियोजना’ ने पकड़ी रफ्तार। ‘रामजल सेतु’ बनेगा उम्मीद की धारा, जयपुर को फिर मिलेगा जीवनदायी जल।

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

Rajesh Dixit

Nov 09, 2025

Ramgarh Dam: जयपुर। रामगढ़ बांध को फिर से लबालब करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। ईसरदा बांध से रामगढ़ बांध तक जल आपूर्ति सुनिश्चित करने वाली महत्वाकांक्षी ‘रामजल सेतु परियोजना’ के तहत अब 104 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का सर्वे पूरा हो चुका है। हैदराबाद की जीवीपीआर इंजीनियर्स लिमिटेड की तकनीकी टीम ने इस कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। टीम के सुपरवाइजर शिवा कांत ओझा ने बताया कि लगभग 3,000 एमएम व्यास की पाइपलाइन को तीन मीटर गहराई में बिछाया जाएगा। जल प्रवाह को सुचारु बनाए रखने के लिए दो स्थानों पर पंप हाउस (पंपिंग स्टेशन) स्थापित किए जाएंगे, जिनका चयन शीघ्र किया जाएगा।

ओझा के अनुसार, अब कंपनी तकनीकी रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंपेगी। इस परियोजना में करीब 80 से 85 किलोमीटर क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जबकि लगभग 20 किलोमीटर में दो नहरों का निर्माण होगा। कुल 1915 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना अगले तीन वर्षों में पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके पूरा होने पर ईसरदा से जीवनदायी जल सीधे रामगढ़ बांध तक पहुंचेगा, जिससे जयपुर और आसपास के इलाकों की पेयजल समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।

रामगढ़ पुनर्जीवन अभियान में राजस्थान पत्रिका की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। 5 जून, विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने ‘रामगढ़ बांध जीर्णोद्धार कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया था। इसके बाद दो माह से अधिक समय तक चले श्रमदान अभियान में बांध की मुख्य पाल की खुदाई और सफाई की गई, जिससे बांध का स्वरूप पहले से अधिक आकर्षक और उपयोगी हो गया। अब ‘रामजल सेतु परियोजना’ के माध्यम से रामगढ़ बांध को फिर से जीवन देने की दिशा में एक नया अध्याय शुरू हो गया है।