
जयपुर
चैत्र शुक्ल दशमी पर शुक्रवार को शहर में चांद के उलटा उगने ही अफवाह ( Rumer Of Moon Upside ) फैली गई। इस दौरान महिलाओं ने चांद को अघ्र्य भी अर्पित किया। देखते ही देखते जयपुर सहित प्रदेश में कई जगहों पर महिलाओं और लोगों ने किसी अनहोनी से बचने के लिए चांद को अघ्र्य देना शुरू कर दिया, जबकि ज्योतिषाचार्यों और विशेषज्ञों ने इसे केवल अफवाह ही करार दिया। सोशल साइटों पर ये अफवाह आग की तरह फैल गई।
जानिए क्या कहा ज्योतिषाचार्य ने... ( Ulta Chand )
ज्योतिषाचार्य दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि हर मास की शुक्ल पक्ष की द्वितियां को चन्द्रमा की कला उदयमान होने होती है, जो पूर्णिमा तक हर दिन एक—एक कला बढती जाती है, जो पश्चिम दिशा की ओर से उदितमान होती है यानी पश्चिम दिशा की ओर से पूर्व की ओर बढती हुई जाती है, ऐसे में पश्चिम दिशा की ओर से चन्द्रमा चमकीला नजर आता है और बढता चला जाता है।
चन्द्रमा का उल्टा होना केवल अफवाह
अभी वर्तमान में सूर्य उत्तरायण की ओर बढ रहा है, जिसके कारण चन्द्रमा का अग्निकोण का भूभाग यानी पूर्व-दक्षिण का भूभाग चम कीला नहीं होता है। यहीं स्थिति वर्तमान में चल रही है। इसलिए चन्द्रमा का उल्टा होना केवल अफवाह ही है।
चन्द्रमा की गति की सामान्य प्रक्रिया है...
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा का कहना है कि चांद उलटा होना केवल अफवाह है, यह चन्द्रमा की गति की सामान्य प्रक्रिया है, जो की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की नियमित प्रक्रिया है। लोगों ने रोज चांद देखना छोड दिया है, इसलिए लोगों में भ्रम पैदा हो गया है।
'यह हमारे देखने का फर्क है'
साइंस पार्क के आकाश दर्शन विशेषज्ञ राहुल शर्मा का कहना है कि चांद का उलटा होना जैसी कोई भौगोलिक घटना नहीं है, यह सिर्फ अफवाह ही है, एस्टोनॉमी के अनुसार ऐसी कोई घटना नहीं होती है। यह हमारे देखने का फर्क है।
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Published on:
04 Apr 2020 12:28 am
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