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जयपुर। प्रदेशभर के स्कूलों में प्रवेशोत्सव और नामांकन वृद्धि पर विशेष जोर रहेगा। इसके लिए तीन स्तरीय पर्यवेक्षण की कार्ययोजना निदेशालय बीकानेर स्तर पर तय किया गया है। सरकार की मंशा है कि प्रदेश का एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे। इस बात का ध्यान रखा जाए, इसके लिए ही प्रवेशोत्सव का कार्यक्रम तय किया है। अब स्कूलों में गुरुजी फर्जी नामांकन नहीं दिखा सकेंगे। इसकी अधिकारी पूरी जांच करेंगे। पहले कई बार अधिकारियों की जांच में यह सामने आया कि स्कूल रजिस्टर में तो बच्चों का अधिक नामांकन था, लेकिन जब औचक निरीक्षण किया और बच्चों का सत्यापन किया गया तो वह आंकड़ा फर्जी निकला। शिक्षकों यह कहकर पल्ला झाड़ लेते थे कि बच्चों ने प्रवेश तो लिया, लेकिन वे स्कूल नहीं आ रहे। अब ऐसा नहीं होगा, अब स्कूल में बच्चे को लाने की जिम्मेदारी भी शिक्षक की ही होगी।
ऐसे होगी जांच
प्रवेशोत्सव और नामांकन वृद्धि अभियान की तीन स्तरों पर जांच होगी। सबसे पहले पीईईओ इसकी जांच करेंगे। वे अपने परिक्षेत्र के सभी विद्यालयों के लिए हाउस होल्ड सर्वे में अनामांकित बच्चों की सूची बनाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी के पास क्षेत्राधिकार के सभी राजकीय विद्यालयों का वर्ष 2018—19 के लिए कक्षा समूहवार निर्धारित नामांकन लक्ष्य तय है। निदेशालय स्तर पर भी अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
नामांकन आमंत्रण पत्र देंगे
राज्य के विद्यालयों में मई से अगस्त तक सघन नामांकन अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत शहरी क्षेत्र एवं सभी ग्राम पंचायतों में 6 से 14 आयु वर्ग के सभी बालक-बालिकाओं का चिन्हिकरण कर उनके नामांकन स्कूलों में कराया जाएगा। इस बार नए प्रवेश के योग्य बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय में अध्ययनरत समस्त विद्यार्थियों द्वारा हस्तनिर्मित विद्यालय नामांकन आमंत्रण पत्र भिजवाए जाएंगे।
दो चरणों में चलेगा प्रवेशोत्सव
सरकारी स्कूलों में अधिकाधिक विद्यार्थियों का नामांकन कराने के लिए 2 चरणों में प्रवेशोत्सव चलाया जाएगा। प्रथम चरण 26 अप्रेल से 9 मई और दूसरा चरण 19 जून से 30 जून तक चलेगा।
Published on:
25 Apr 2018 10:23 am
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