
इसके बाद उसे पकड़कर जार में बंद कर लिया और सांप को साथ लेकर उपचार कराने अस्पताल ( Snake bite Treatment ) आ गई। हालांकि अस्पताल आकर उसकी हिम्मत जवाब दे गई और चित्सिक को उसे बचाने की गुहार करते हुए वह अचेत हो गई।
हर किसी ने की महिला के साहस की तारीफ
उपचार के बाद महिला की हालत सामान्य बताई जा रही है। अस्पताल में जिसने भी देखा वह महिला के साहस की तारीफ करने लगा। तालेड़ा अस्पताल के डॉ. बीएम मालव ने कहा कि एक महिला सांप के साथ अस्पताल आई थी। उसे सांप ने काट लिया था। उसे भर्ती कर तुरन्त उपचार किया गया। जिससे उसकी जान बच गई।
क्या करें जब काट ले सांप
प्रदेश में जल्द मानसून आने वाला है। बरसात के मौसम में बिल में पानी भर जाने से सांप बाहर आ जाते हैं। ऐसे में सांप काटने का खतरा भी बढ़ जाता है। सांप कटने से दुनियाभर में होने वाली मौतों की संख्या में भारत सबसे आगे है। भारत में मौत का सबसे बड़ा कारण है तुरंत प्राथमिक उपचार न होना। सांप के काटने ही अगर समय पर चिकित्सा उपलब्ध हो जाए तो व्यक्ति के बचने की काफी संभावना रहती है।
ज्यादातर सांप जहरीले नहीं होते
बहुत से लोग सांप के काटने पर उसे भोपे के पास झाड़ फूंक कराने ले जाते है। इससे भी मरीज की मौत हो जाती है। भारत में सांपों की लगभग 236 प्रजातियां हैं। इनमें से ज्यादातर सांप जहरीले नहीं होते। आम धारणा है कि सभी सांप खतरनाक होते हैं। लेकिन ऐसे सांपों के काटने से सिर्फ जख्म होता है, मौत दहशत के कारण हो जाती है।
Updated on:
21 Jun 2019 03:45 pm
Published on:
21 Jun 2019 03:38 pm
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