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बेटा ही निकला पिता का कातिल, जमीन के लिए ली जान

निकटवर्ती ग्राम पंचायत बुधवालिया के पास खेत में बनी ढाणी में रविवार रात एक जने की हत्या मामले का पुलिस ने मंगलवार को 36 घंटे के भीतर ही खुलासा कर दिया।

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son killed his father in hanumangarh

रावतसर (हनुमानगढ़)। निकटवर्ती ग्राम पंचायत बुधवालिया के पास खेत में बनी ढाणी में रविवार रात एक जने की हत्या मामले का पुलिस ने मंगलवार को 36 घंटे के भीतर ही खुलासा कर दिया। मृतक का बेटा ही हत्या का आरोपी निकला। पुलिस ने आरोपी रामेश्वरलाल कासनिया को गिरफ्तार कर लिया है। उसे बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

थाना प्रभारी अशोक बिश्नोई ने बताया कि मामले की गहनता से जांच व आस-पड़ोस में पूछताछ करने पर सामने आया कि रामप्रताप कासनिया व रामेश्वरलाल के बीच जमीन विवाद था। पिता व पुत्र एक ही ढाणी में अलग-अलग रह रहे थे। रविवार को दिन में पिता व पुत्र के बीच विवाद हुआ था। इस पर रामेश्वरलाल ने रात में पिता रामप्रताप व सौतेली मां चन्द्रकला की हत्या की साजिश रची। रात्रि में घटना को अंजाम दे दिया। इसके बाद पुलिस व आमजन की नजरों से बचने के लिए अज्ञात लोगों की ओर से हमला करने की कहानी गढ़ी।

कासनिया की हुई थी दो शादियां
मृतक रामप्रताप कासनिया की दो शादियां हुई थी। पहली पत्नी से दो पुत्र जयचन्द व रामेश्वर हुए। पत्नी की मौत के बाद रामप्रताप ने चंद्रकला से विवाह किया। उससे रामप्रताप को एक पुत्री हुई। जयचन्द व रामेश्वर की शादी एक ही घर में की हुई थी। वर्ष 2012 में बड़े बेटे जयचन्द की मौत हो गई। इस पर जयचन्द की पत्नी सुमित्रा की शादी रामेश्वर से करवा दी गई। इसके बाद पिता रामप्रताप व रामेश्वर के बीच विवाद रहने लगा।

रामप्रताप अपने हिस्से की पूरी जमीन दूसरी पत्नी से हुई पुत्री रिंकू के नाम करने की बात कहने लगा। रामेश्वर को केवल दो बीघा बारानी भूमि देने की बात कहता। इसको लेकर विवाद बढ़ा तो पिता एवं पुत्र एक ही ढाणी में अलग-अलग रहने लगे। विवाद निरंतर बढ़ता गया। इसका परिणाम यह रहा कि रामेश्वरलाल ने कुल्हाड़ी से पिता की हत्या कर दी तथा मां चंद्रकला पर भी हमला किया। इससे रामप्रताप की मौत हो गई।