
प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होने जा रहा है। उसके बाद प्रदेश की भजन लाल सरकार लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेगी। हालांकि उससे पहले ही सरकार को एक और परीक्षा से गुजरना होगा। इस परीक्षा के नतीजों के आधार पर ही आगे की दिशा तय होने की संभावना है।
दरअसल, राज्य निर्वाचन आयोग ने निकायों में उप चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया है। अध्यक्ष, सभापति और पार्षदों के लिए यह उप चुनाव होने जा रहे हैं। इन चुनाव में जीत के लिए पार्टी को पूरी ताकत लगानी होगी। विभाग के आदेश के अनुसार सदस्य पद के लिए 15 फरवरी को अधिसूचना के साथ नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 19 तारीख तक नामांकन हो सकेंगे। इसके बाद 20 को नामांकन पत्रों की समीक्षा और 22 को नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। आयोग की ओर से 24 को चुनाव चिन्हों का आवंटन होगा। उप चुनाव के लिए 1 मार्च को मतदान और 2 मार्च को नतीजे आएंगे। अध्यक्ष पद के लिए 4 मार्च से नामांकन शुरू होगा और 5 को नामांकन पत्र प्रस्तुत किए जा सकेंगे। अगले दिन 6 मार्च को नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद 7 मार्च को नामांकन वापस लिया जा सकेगा। इसी दिन चुनाव चिन्हों का आवंटन करने के बाद 10 मार्च को मतदान और इसी दिन नतीजे घोषित किए जाएंगे। इसी तरह उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन की तारीख 11 मार्च तय की गई है।
260 से ज्यादा पदों पर होगा चुनाव
विभाग की ओर से आदेश के अनुसार अध्यक्ष, सभापति और पार्षदों के करीब 260 पदों के लिए यह उप चुनाव होने जा रहा है। इसमें नगर निगम उदयपुर के 17 पार्षदों के साथ ही किशनगढ़ नगरपरिषद के 15, देशनोक नगरपालिका के 4 और रावतभाटा नगरपालिका में अध्यक्ष पद का उप चुनाव होगा। इसी तरह नगर परिषद चूरू में 11, नगरपालिका राजगढ़ में 38 और नगरपरिषद डूंगरपुर में 26 पदों के लिए उप चुनाव होगा। नगरपालिका भादरा में पार्षद के 32 और अध्यक्ष पद, नगरपालिका रावतसर में 28, नगर परिषद हनुमानगढ़ में पार्षद के एक पद व सभापति और उपसभापति पद का उप चुनाव होगा। नगरपालिका चिड़ावा में 22, बगड़ में एक, टोडाभीम में 13, अनूपगढ़ में 23, पदमपुर में 19, रायसिंह नगर में 24 पार्षद और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा।
Published on:
09 Feb 2024 08:26 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
