
जयपुर। राजस्थान की एक प्रतियोगी परीक्षा में रोचक मामला देखने को मिला है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पिछले दिनों चेतावनी दी कि यदि किसी अभ्यर्थी ने गलत दस्तावेजों से आवेदन फॉर्म भरा है या फिर उसकी परीक्षा देने की ही इच्छा नहीं है तो वह अपना आवेदन फॉर्म वापस निकाल लें। इसका असर यह हुआ कि करीब पांच हजार से अधिक आवेदन फॉर्म निकाल लिए गए।
दरअसल पिछले कुछ समय से प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति लगातार घटती जा रही है। इससे प्रतियोगी परीक्षा के आयोजन में भी अनावश्यक समय बर्बाद होता है। इसके अलावा कुछ अभ्यर्थी पर्याप्त दस्तावेज व पात्रता नहीं होने के बाद भी आवेदन फॉर्म भर देते हैं। इससे बाद में दस्तावेज जांच के दौरान परेशानी होती है।
ऐसी स्थिति से निपटने के लिए पिछले दिनों राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने परीक्षा में लगातार अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों पर एक्शन की कार्रवाई शुरू की है। कर्मचारी चयन बोर्ड ने जेल प्रहरी परीक्षा में आवेदन विड्रॉल करने का मौका दिया है। इसमें अब तक पांच हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन विड्रॉल कर लिए है।
राजस्थान में जेल प्रहरी (803 पद) भर्ती परीक्षा को लेकर उम्मीदवारों में जबरदस्त उत्साह और प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। यह परीक्षा 9, 11 और 12 अप्रैल 2025 को आयोजित की जाएगी, जिसमें कुल 8,39,042 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए 22 जनवरी तक आवेदन भरे गए थे।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने जेल प्रहरी परीक्षा के लिए आवेदन विड्रॉल करने का एक और अवसर दिया है। बोर्ड के अनुसार 21 फरवरी से 27 फरवरी तक अभ्यर्थी अपने आवेदन फॉर्म वापस ले सकते हैं। बोर्ड की इस चेतावनी के चलते अभी तक करीब पांच हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन फॉर्म वापस ले लिया है। यह जानकारी खुद राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने सोशल मीडिया पर शेयर की है।
Updated on:
25 Feb 2025 02:17 pm
Published on:
25 Feb 2025 12:24 pm
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