
बांसखोह। ग्राम पंचायत क्षेत्र स्थित परोथाली की ढाणी मेंकुएं के पास लगे बीसलपुर परियोजना के प्वाइंट पर पानी भरने आई महिला के साथ आया उसका दो साल का बच्चा कुएं में गिर गया। 150 फीट गहरे कुएं में गिरने से बालक की मौत हो गई। वहीं सरकार की और से पंचायत प्रशासन को खुले कुएं व नलकूप ढंकने के आदेशों के बाद भी प्रशासन की अनेदखी के कारण बच्चे काल का ग्रास बन रहे हैं। बस्सी, जटवाड़ा सहित कई क्षेत्रों में दर्जनों खुले कुएं व नलकूप हादसों को न्यौता दे रहे हैं।
रस्सों की सहायता से बालक को बाहर निकाला
जानकारी के अनुसार राजू बैरवा की पत्नी माया देवी कुएं की मुंडेर के पास हाल ही में स्थापित बीसलपुर प्वाइंट पर पानी भरने गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि उसकी गोद में उसका दो साल का लड़का कालू भी था। पानी भरने के दौरान मां बच्चे को पिता को सौंप रही थी। इसी दौरान छिटकने पर बच्चा कुएं में जा गिरा। मां के चीख पुकार मचाने पर आसपास से परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे और करीब 20 मिनट बाद ही रस्सों की सहायता से बालक को बाहर निकाल लिया, लेकिन सिर में गंभीर चोट लगने से बालक की मौत हो गई। राजू बैरवा के अब एक पुत्री ही है।
करोड़ों की लागत से बस्सी विधानसभा क्षेत्र में बीसलपुर परियोजना के प्वाइंट मनमर्जी के स्थानों पर लगाए जा रहे हैं। परोथाली की ढाणी में लगा प्वाइंट भी कुएं की मुंडेर पर ही स्थित है। इस प्वाईंट के पास पानी भरा रहने से हमेशा रपटन बनी रहती है। इधर निमोरा निवासी महेश जांगिड़ एवं कैलाश मीना ने बताया कि निमोरा में भी चिह्नित स्थानों पर प्वाइंट नहीं लगाकर सड़क किनारे लगाने से हमेशा हादसे का डर बना रहता हैं। सरपंच मंगलाराम मीना ने बताया कि बीसलपुर के अधिकारियों की मनमर्जी से प्वाइंट लगाए जा रहे हैं।
Updated on:
05 Jan 2018 09:58 am
Published on:
05 Jan 2018 09:55 am
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