
Venus Transit 2021 Shukra Gochar 2021 Shukra Ka Rashi Parivartan 2021
जयपुर. 28 मई को शुक्र का राशि परिवर्तन हुआ है। शुक्र अब मिथुन राशि में आ गया है जहां पहले से ही मित्र ग्रह बुध विराजमान है। शुक्र 22 जून तक इसी राशि में रहेगा। मित्र ग्रह बुध के साथ उसी की राशि मिथुन में शुक्र की युति बनना बहुत शुभ माना जा रहा है। बुध और शुक्र ग्रह की युति से लक्ष्मी नारायण योग बनता है। यह बहुत शुभ योग है। इसे सुख सौभाग्य को बढ़ाने वाला योग कहा गया है।
ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि शुक्र जहां सौंदर्य, भोग विलास, सभी भौतिक सुखों के कारक हैं वहीं बुध बुद्धि-विवेक के साथ ही हास्य और व्यापाार के प्रमुख कारक ग्रह हैं। स्वभावत: शुभ इन दोनों ग्रहों का आपसी संबंध रोमांटिक और कलात्मक प्रवृत्ति को बढ़ावा देता है। अधिकांश लोगों पर लक्ष्मी नारायण योग का शुभ प्रभाव ही पड़ेगा। इस युति से जहां परेशानियों में कमी आएगी और सुख बढ़ेगा वहीं व्यापारिक कामकाज में फायदा मिल सकता है।
शुक्र के मिथुन राशि में आने से सुख-सुविधाओं, विलासिता में बढ़ोत्तरी होगी। लक्जीरियस सामानों की खरीदारी बढेगी। बुध के प्रभाव से व्यापार बढ़ेगा। व्यवसायिक लेन-देन, विलासिता के सामान और औषधियों आदि में निवेश भी बढ़ेगा। सबसे खासबात यह है कि शुक्र और बुध की यह युति लोगों को बीमारियों से राहत दिला सकती है। जिनकी कुंडली में शुक्र—बुध युति यानि लक्ष्मीनारायण योग है, उन्हें कहीं से धनलाभ अवश्य होगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित एमकुमार शर्मा के अनुसार शुक्र के मिथुन राशि में आने और लक्ष्मी नारायण योग बनने से ज्यादातर लोगों को लाभ ही होगा। सभी 12 राशियों पर शुक्र के राशि परिवर्तन का असर दिखाई देगा। खासतौर पर वृष, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु और मकर राशि वाले जातक लाभान्वित होंगे। हालांकि कर्क और मीन राशि वाले लोगों पर इस युति का अशुभ असर हो सकता है। इन राशियों के लोगों को अभी संभलकर रहना होगा।
Published on:
29 May 2021 05:33 pm
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