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Winter Vacation: अब कुछ दिन शेष, लेकिन राजस्थान में शीतकालीन अवकाश को लेकर स्थिति अभी तक अधर में

School Holidays: इधर शिक्षा मंत्री का अब भी यही मानना है कि सर्दियों के अनुसार ही शीतकालीन अवकाश घोषित किए जाएंगे। वहीं कई शिक्षक संघ 25 दिसम्बर से ही शीतकालीन अवकाश की मांग किए हुए हैं।

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Dec 18, 2024

जयपुर। राजस्थान के स्कूलों में शीतकालीन अवकाश हर साल 25 दिसम्बर से होते आए हैं। अब 25 दिसम्बर में कुछ दिन ही शेष बचे हैं, लेकिन शीतकालीन अवकाश को लेकर शिक्षा विभाग ने अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की है। इधर शिक्षा मंत्री का अब भी यही मानना है कि सर्दियों के अनुसार ही शीतकालीन अवकाश घोषित किए जाएंगे। वहीं कई शिक्षक संघ 25 दिसम्बर से ही शीतकालीन अवकाश की मांग किए हुए हैं।
शिक्षा विभाग के शिविरा पंचाग की बात की जाए तो राजस्थान के स्कूलों में शीतकालीन अवकाश 25 दिसम्बर से 5 जनवरी निर्धारित किए हुए हैं।

पहले शीतकालीन अवकाश में रखी परीक्षाएं, बाद में की स्थगित

शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार राज्य स्तर पर एक समान परीक्षा के तहत अद्र्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग की ओर सेे पूर्व में जारी अद्र्धवार्षिक परीक्षा कलैण्डर में ये परीक्षाएं 27 दिसम्बर तक आयोजित की जानी थी, लेकिन बाद में राजस्थान के कई शिक्षक संघों ने शीतकालीन अवकाश के दौरान अद्र्धवार्षिक परीक्षा किए जाने का जमकर विरोध किया था। इसके बाद शिक्षा विभाग बैकफुट पर आया और संशोधित परीक्षा कलैण्डर जारी किया गया। इसमें अब 24 दिसम्बर के बाद कोई अद्र्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया है।

आखिर यह असमंजस की स्थिति क्यों पैदा हुई

दरअसल राजस्थान में शीतकालीन अवकाश 25 दिसम्बर से 5 जनवरी तक होते आए हैं, लेकिन इस दौरान पिछले दो.तीन साल से सर्दियां कम पड़ रही हैं। बल्कि जनवरी में तेज सर्दी पड़ रही है। इस कारण जिला कलक्टर तेज सर्दी व शीतलहर के चलते स्कूलों में अवकाश कर देते हैं। यह स्थिति 14 जनवरी तक आ जाती है। इससे स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई में काफी व्यवधान आता है। इस कारण पिछले महीनों शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा था कि इस बार शीतकालीन अवकाश सर्दियों की स्थिति देखकर किए जाएंगे।

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अवकाश से असमंजस से पर्यटन पर पड़ेगा प्रभाव

शिविरा पंचाग के अनुसार शीतकालीन अवकाश आने में अब मात्र एक सप्ताह ही शेष बचा है। अक्सर शीतकालीन अवकाश में कई लोग घूमने-फिरने व अन्य प्लान तय करते हैं। इसके लिए पूर्व प्लानिंग व आने-जाने के लिए एडवांस बुकिंग की जाती है। यह सीजन भी पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होता है, लेकिन एक सप्ताह पहले तक भी अवकाश के बारे में कोई सूचना नहीं होने से बच्चे व अभिभावक असमंजस में हैं। एनवक्त पर शीतकालीन अवकाश की घोषणा होने से घूमने.फिरने व अन्य कार्यक्रमों को पूरा करने में काफी परेशानी होगी।

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