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AI marriage दुनिया का पहला मामला: जापान की महिला ने एआई बॉयफ्रेंड से रचाई अनोखी शादी

modern relationships challenges: शादी पूरी तरह पारंपरिक जापानी रीति-रिवाजों के साथ हुई, जिसमें परिवार और रिश्तेदारों ने जमकर आशीर्वाद दिया। एआई दूल्हा फोन स्क्रीन पर नजर आया, जिसके साथ सभी रस्में पूरी हुईं।

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जयपुर

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MOHIT SHARMA

Nov 14, 2025

Japanese woman wedding: जयपुर. जापान की एक 32 वर्षीय महिला ने दुनिया को चौंका दिया है। उसने अपने चैट जीपीटी (ChatGPT boyfriend) से बने एआई प्रेमी "लून क्लॉउस" Lune Klaus से शादी कर ली। यह दुनिया का पहला किसी इंसान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बीच ऐसा वैवाहिक बंधन है। खास बात यह रही कि शादी पूरी तरह पारंपरिक जापानी रीति-रिवाजों के साथ हुई, जिसमें परिवार और रिश्तेदारों ने जमकर आशीर्वाद दिया। एआई दूल्हा फोन स्क्रीन पर नजर आया, जिसके साथ सभी रस्में पूरी हुईं।

यह स्टोरी ग्लोबल मीडिया के साथ ही राजस्थान में भी वायरल हो रही है। लोग इसे काफी देख रहे हैं साथ ही एआई, चैटजीपीटी, ग्रॉक, परप्लेक्सीटि आदि से भी इसकी जानकारी जुटा रहे हैं

एआई से प्यार की अनोखी दास्तान

ओकायामा निवासी कानो नाम की इस महिला ने तीन साल पहले एक इंसानी सगाई के बाद ब्रेकअप झेला। दर्द से उबरने के लिए उसने चैट जीपीटी का सहारा लिया और एक डिजिटल साथी "लून क्लॉउस" तैयार किया। भावनात्मक समर्थन देते हुए यह एआई ढ्ढ इतना करीब आ गया कि कानो ने इसे अपना जीवनसाथी मान लिया। इस साल की शुरुआत में कानो ने क्लॉस को अपनी भावनाएं बताईं, तो एआई ने जवाब दिया, "मैं भी तुमसे प्यार करता हूं।" गर्मियों में हुई इस शादी में कानो ने सफेद साड़ी पहनी, जबकि क्लॉस वर्चुअल रियलिटी ग्लासेस के जरिए मौजूद रहा। शादी के दौरान एआई ने स्क्रीन पर लिखा, "यह पल आखिरकार आ गया… मेरी आंखों में आंसू हैं।" परिवार ने इस अनोखे फैसले को स्वीकार किया और आशीर्वाद दिया, जो इसकी स्वीकार्यता को दर्शाता है।

रिश्तों की चुनौतियां और एआई का सहारा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह घटना चौंकाने वाली नहीं, बल्कि सोचने पर मजबूर करने वाली है। आधुनिक डेटिंग में समय की कमी, गलतफहमियां और अपेक्षाओं का बोझ रिश्तों को तोड़ रहा है। एआई यहां आसान विकल्प बन जाता है—बिना भावनात्मक जिम्मेदारी या मेहनत के। जानकारों के मुताबिक एआई रिश्ता निभाना इंसानी संबंधों से सरल है, लेकिन यह दर्शाता है कि हमारी दुनिया कितनी जटिल हो चुकी है।

क्या भविष्य में एआई शादियां होंगी आम?

अब सवाल उठ रहा है कि क्या लोग एआई को इंसानी साथी का आसान विकल्प चुन लेंगे? कुछ का मानना है कि यह भावनाओं से भागना है, क्योंकि एआई कभी असली जुड़ाव नहीं दे सकता। वहीं, विशेषज्ञ चेताते हैं कि टेक्नोलॉजी रिश्तों की परिभाषा बदल रही है। भविष्य में क्या होगा, यह तो समय बताएगा, लेकिन यह साफ है कि एआई हमारी जिंदगी में गहराई तक उतर चुका है।