राजस्थान में कांग्रेस काे जीत की पूरी उम्मीद है। प्रदेश में अब तक हर बार सरकार बदलती रही हैं। पांच साल कांग्रेस आैर पांच साल भाजपा के पक्ष में जनादेश रहा है। लेकिन साल के अंत में हाेने वाले विधानसभा चुनावाें भाजपा की नजर इतिहास बदलने पर है। वहीं कांग्रेस काे राजस्थान विधानसभा चुनावाें में जीत से संजीवनी की तलाश है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अब आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं। इसी के तहत वे आज से छत्तीसगढ़ के दाैरे पर हैं। राहुल यहां किसानों और आदिवासियों के बीच पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उसी समय मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी चुनाव होंगे। हाे सकता है छत्तीसगढ़ के बाद राहुल का अगला दाैरा राजस्थान का हाे।
येदियुरप्पा के कर्नाटक के सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही देश के 21 राज्यों में भाजपा की सरकार हाे गर्इ है। इन राज्याें में हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, गोवा, मणिपुर, अरुणाचल, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, बिहार, सिक्किम, नगालैंड और मेघालय आैर कर्नाटक शामिल है। वहीं कांग्रेस केवल तीन राज्याें ( पुड्डुचेरी, पंजाब और मिजोरम) में सिमट गर्इ है।
कर्नाटक के नतीजे सभी दलों के लिए काफी सबक देने वाले हैं, क्योंकि शुरू में लगा कि भाजपा स्पष्ट बहुमत की ओर अग्रसर है, लेकिन बाद में 104 पर ही अटक गई। जबकि कांग्रेस दूसरे और जेडीएस तीसरे नंबर रह गई। प्रधानमंत्री ने सबसे ज्यादा 21 जन सभाएं कर्नाटक में की थीं वहीं अमित शाह ने पूरी ताकत झोंक दी थी। वोट शेयर के मामले में कांग्रेस जीतकर भी हार गई और भाजपा हारकर भी जीत गई। भाजपा और कांग्रेस के बीच मत प्रतिशत क्रमश: 37 प्रतिशत और 38 प्रतिशत है।