अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को जैसलमेर जिले के खुहड़ी क्षेत्र के रेतीले धोरों पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यहां हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास किया और संदेश दिया कि योग भारतीय संस्कृति की वैश्विक देन है, जो अब पूरी दुनिया की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग केवल एक साधना नहीं, बल्कि शरीर, मन, आत्मा और प्रकृति के बीच समन्वय की एक वैज्ञानिक जीवन पद्धति है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में योग को मिली वैश्विक स्वीकृति की सराहना करते हुए कहा कि अब यह केवल भारत नहीं, बल्कि मानवता के लिए योग 2.0 का समय है। इस दौरान प्रधानमंत्री के विशाखापट्टनम से दिए गए संदेश को कार्यक्रम के दौरान लाइव सुना गया। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि योग संगम के पंजीकरणों में राजस्थान देश भर में पहले स्थान पर रहा है, जहां 2.25 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।
उन्होंने प्राचीन भारत से लेकर महर्षि पतंजलि और भगवान शिव तक की योग परंपरा को याद करते हुए इसको संस्कृति, विज्ञान, परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम बताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, कपालभाति, भ्रामरी जैसे योगाभ्यास कर सभी को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम के अंत में पौधरोपण कर जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। इस मौके पर सांसद राजेन्द्रसिंह गहलोत, जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी, जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी, पूर्व सांसद मानवेन्द्रसिंह, जिला प्रभारी सचिव महेन्द्र सोनी, जिला कलक्टर प्रतापसिंह, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी, उपखंड अधिकारी सक्षम गोयल, सहायक कलक्टर रोहित वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष दलपतराम हिंगड़ा सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी व बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।
मुख्यमंत्री भारत-पाक सीमा स्थित मां तनोट राय मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के वीर जवान हर परिस्थिति में सीमा की रक्षा करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में उनकी वीरता ने देश को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि तनोट मंदिर परिसर में 200 कमरों का विश्रामगृह बनाया जाएगा और मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने शहीदों को विजय स्तंभ पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने प्राचीन किशनगढ़ फोर्ट का भी दौरा किया और इसके सामरिक महत्व की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जैसलमेर की धरती राष्ट्र की रक्षा, आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है।
Updated on:
21 Jun 2025 08:57 pm
Published on:
21 Jun 2025 08:19 pm