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विस्फोटक समझा चारा, ऊंट का फटा जबड़ा… ग्रामीणों में रोष

जैसलमेर जिले के लाठी गांव के पास जंगल में जंगली सूअरों के शिकार के लिए जमीन में छिपाया गया विस्फोटक एक ऊंट की जान पर भारी पड़ गया।

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जैसलमेर जिले के लाठी गांव के पास जंगल में जंगली सूअरों के शिकार के लिए जमीन में छिपाया गया विस्फोटक एक ऊंट की जान पर भारी पड़ गया। ऊंट ने विस्फोटक को चारा समझकर चबा लिया, जिससे उसका जबड़ा और जीभ बुरी तरह फट गई। दर्द से कराहता ऊंट सोमवार देर रात घायल अवस्था में लाठी कस्बे के मुख्य बाजार में पहुंच गया।घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और गोरक्षक मौके पर पहुंचे। गोरक्षा प्रमुख विक्रम दर्जी, रबन खां खलिफा, नूरदीन खां, बशीर खां, गोपालसिंह भाटी और महेन्द्रसिंह ताडाना ने मिलकर घायल ऊंट को कड़ी मशक्कत के बाद पकड़कर प्राथमिक उपचार दिया। बाद में ऊंट को भादरिया गोशाला ले जाकर भर्ती कराया गया, जहां उसकी देखरेख और उपचार चल रहा है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर रोष है। ग्रामीणों ने प्रशासन से ऐसे शिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है जो जंगलों में इस तरह के विस्फोटक रखकर वन्यजीवों की जान जोखिम में डालते हैं।शिकार में ऐसे होता है इस्तेमालग्रामीणों के अनुसार शिकारी जंगली सूअरों के शिकार के लिए विस्फोटक को आटे में लपेटकर रखते हैं। जानवर जैसे ही उसे चबाता है, तेज धमाके के साथ विस्फोट होता है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल या मृत हो जाता है। इस तरह की घटनाएं वन्यजीव संरक्षण और पशु सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही हैं।