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जैसलमेर के रामदेवरा में मानवता शर्मसार, 2 घंटे की बच्ची को प्लॉट में फेंका, राहगीर ने सुनी सिसकियां तो बची जिंदगी

जैसलमेर जिले के रामदेवरा में दिल दहला देने वाली घटना हुई है। जहां जन्म के महज दो घंटे बाद ही नवजात बच्ची को खाली प्लॉट में फेंक दिया गया। सुबह महिला यात्री को रोने की आवाज सुनाई दी तो दुकानदारों की मदद से बच्ची को बचाया गया।

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Jaisalmer Humanity Shamed in Ramdevra Newborn Abandoned

रामदेवरा में इंसानियत शर्मसार (फोटो- पत्रिका)

जैसलमेर: धार्मिक नगरी रामदेवरा में शनिवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक नवजात बच्ची मिलने की खबर फैली। सुबह करीब 6 बजे एक महिला यात्री रामसरोवर तालाब से निकलने वाली नदी के पास स्थित खाली प्लॉट से गुजर रही थी। तभी उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी।


बता दें कि शंका होने पर महिला ने आसपास जाकर देखा तो वहां एक नवजात बच्ची पड़ी थी। बच्ची को बिना कपड़े के ठंडी जमीन पर देखकर महिला घबरा गई और उसने तुरंत पास के दुकानदारों को इसकी सूचना दी।


बच्ची को तुरंत हॉस्पिटल ले गए


दुकानदार मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में रामदेवरा पुलिस और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। बच्ची को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए रामदेवरा हॉस्पिटल ले जाया गया।


पुलिस थाना प्रभारी भवानी सिंह ने बताया कि बच्ची करीब 2 से 3 घंटे पहले ही जन्मी थी और उसके शरीर पर कपड़ा तक नहीं था। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को बेहतर देखभाल के लिए पोकरण हॉस्पिटल रेफर कर दिया, जहां चिकित्सक उसे ऑब्जर्वेशन में रखकर निगरानी कर रहे हैं।


पुलिस कर रही जांच


पास के दुकानदार मनोज वानर ने बताया कि संभावना जताई जा रही है कि किसी महिला श्रद्धालु ने रात में बच्ची को यहां छोड़ दिया होगा। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई और स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि बच्ची को किसने और क्यों यहां छोड़ा।


स्थानीय लोगों में नाराजगी


इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर बच्ची की जान बचने पर राहत की सांस ली जा रही है, वहीं दूसरी ओर मासूम को इस तरह असहाय अवस्था में छोड़ देने पर स्थानीय लोग गहरी नाराजगी भी जता रहे हैं।